
ऋषिकेश, 24 जून। एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरों ने असाध्य माने जा रहे एक गंभीर केस में अभूतपूर्व सफलता हासिल कर इतिहास रच दिया है। यहां की ऑर्थोपेडिक्स टीम ने उत्तर प्रदेश के संभल निवासी 27 वर्षीय युवक सलमान के पैर से 35 किलो वजनी बोन ट्यूमर को सफल सर्जरी के माध्यम से हटाकर न केवल उसकी जान बचाई, बल्कि भारत में मेडिकल इतिहास का एक नया अध्याय भी जोड़ा।
🏥 6 साल से पीड़ित था सलमान, जीवन से उम्मीद छोड़ चुका था
ऋषिकेश। सलमान पिछले छह वर्षों से अपने बाएं पैर में लगातार बढ़ते ट्यूमर से परेशान था। बीमारी की शुरुआत एक छोटी गांठ से हुई थी, जो समय के साथ कद्दू से भी बड़े आकार में तब्दील हो गई। इस बीच सलमान ने मुरादाबाद से लेकर दिल्ली तक इलाज की कोशिशें कीं, लेकिन राहत नहीं मिली। ट्यूमर का आकार इतना बड़ा हो गया कि सलमान का चलना-फिरना, उठना-बैठना यहां तक कि दैनिक क्रियाएं भी असंभव हो गई थीं।
रिकॉर्ड ब्रेकिंग सर्जरी: 9 जून को किया गया ऑपरेशन
परिवार की सलाह पर सलमान को एम्स ऋषिकेश लाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टरों ने 9 जून को सर्जरी कर ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटा दिया। ट्यूमर का वजन 34.7 किलोग्राम था और इसका आकार 53×24×19 इंच रिकॉर्ड किया गया। यह अपने आप में देश में सबसे बड़ा हटाया गया बोन ट्यूमर माना जा रहा है।
🦵 ट्यूमर से पहले 41 किलो था पैर, अब रह गया मात्र 6.3 किलो
ऑर्थो विभाग के प्रमुख प्रो. पंकज कंडवाल ने बताया कि सर्जरी से पहले सलमान के बाएं पैर का वजन ट्यूमर समेत 41 किलो था। ट्यूमर निकालने के बाद यह घटकर 6.3 किलो रह गया। MRI जैसे जांच में भी ट्यूमर का विशाल आकार बाधा बन रहा था।
“एम्स गंभीर बीमारियों के इलाज में पूरी तरह सक्षम”
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इसे एम्स ऋषिकेश की एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि संस्थान में मौजूद विशेषज्ञता और संसाधनों के दम पर अब असाध्य रोगों का इलाज भी संभव है। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री ने भी सर्जरी टीम को बधाई दी।
🔬 डॉक्टरी टीम की मेहनत और सलमान का हौसला बना सफलता की कुंजी
डाॅ. मोहित धींगरा (ऑर्थोपेडिक्स सर्जन) के नेतृत्व में इस सर्जरी को अंजाम देने के लिए एम्स ने मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम बनाई। टीम में शामिल थे: डाॅ. अंशुमान दरबारी (सीटीवीएस विभाग प्रमुख), डाॅ. मधुबरी वाथुल्या (प्लास्टिक सर्जन), डाॅ. प्रवीण तलवार (एनेस्थीसिया विशेषज्ञ), डाॅ. उदित चौहान, डाॅ. अविनाश प्रकाश, डॉ. विशाल रेड्डी, डॉ. राहुल, डॉ. धवल, डॉ. प्रशांत (रेडियोलॉजी और सर्जरी टीम के सदस्य) शामिल रहे।
📍 समाचार स्रोत: एम्स ऋषिकेश
✍️ रिपोर्टिंग: न्यूज़ पोर्टल टीम, उत्तराखंड डेस्क