
ऋषिकेश, 25 जून। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के दो दिग्गज नाम सुपरस्टार अनिल कपूर और प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक बोनी कपूर इन दिनों ऋषिकेश के स्वर्ग आश्रम स्थित परमार्थ निकेतन में आध्यात्मिक यात्रा पर पहुंचे हुए हैं। 90 के दशक में “वो सात दिन”, “तेजाब”, “राम लखन”, “चमेली की शादी” जैसी हिट फिल्मों से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले अनिल कपूर ने यहां रात्रि विश्राम कर आध्यात्मिक ऊर्जा और आत्मिक शांति का अनुभव किया।
दोनों कपूर भाइयों ने आश्रम के दिव्य वातावरण में अपनी पूज्य माताजी निर्मल कपूर के लिए विशेष प्रार्थना की और परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती व साध्वी भगवती सरस्वती के सान्निध्य में विश्व शांति यज्ञ में आहुतियां समर्पित कीं। गंगा तट पर मंत्रोच्चार, आरती और पूजन-अर्चन में सहभागी बनकर उन्होंने नदियों, प्रकृति और पृथ्वी के संरक्षण का संकल्प लिया। पूरे कार्यक्रम में कपूर बंधु गंगा तट की दिव्यता और प्राकृतिक छटा से इतने अभिभूत हुए कि उन्होंने इसे अपने जीवन के स्मरणीय क्षणों में से एक बताया।
इस अवसर पर दोनों भाइयों ने स्वामी चिदानंद सरस्वती के साथ मिलकर रूद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया, जिसे हिमालय की हरियाली और पर्यावरण चेतना का प्रतीक बताया गया।
अनिल कपूर ने कहा,
> “परमार्थ निकेतन केवल एक आश्रम नहीं, यह एक आध्यात्मिक धाम है। यहाँ आत्मा को सच्चा विश्राम और जीवन की आपाधापी में खोया आनंद पुनः प्राप्त होता है।”
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा,
> “वृक्ष, नदियाँ और संस्कृति — ये तीनों हमारे जीवन की त्रिवेणी हैं। इनका संरक्षण ही सच्चा पर्यावरण संरक्षण है।”
📷 विशेष झलकियाँ: अनिल कपूर व बोनी कपूर का गंगा पूजन, यज्ञ में आहुति, पौधरोपण और परमार्थ निकेतन में दिव्य अनुभूतियां। संक्षेप में, फिल्म और कला जगत की इन हस्तियों की यह यात्रा न केवल आध्यात्मिकता से परिपूर्ण रही, बल्कि उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और संस्कृति संवर्धन का भी एक प्रेरणादायक संदेश दिया।