
ऋषिकेश, 20 अगस्त। श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के पं. ललित मोहन शर्मा परिसर, ऋषिकेश में बुधवार को वर्चुअल माध्यम से पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत पूर्व छात्रों ने भाग लेकर अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने किया। उन्होंने सभी पूर्व छात्रों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय में चल रहे शैक्षणिक, शोध एवं अकादमिक कार्यों की जानकारी दी।
पुरातन छात्र संघ के सचिव प्रो. सुरमान आर्य ने संघ के उद्देश्यों एवं कार्ययोजना पर प्रकाश डाला, जबकि उपाध्यक्ष प्रो. सुनील बत्रा ने कहा कि “पुरातन छात्र किसी भी संस्थान की नींव के पत्थर होते हैं।”
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत पूर्व छात्रों में डॉ. लक्ष्मी नारायण जोशी, एनके गोयल, प्रो. गुलशन कुमार ढींगरा, अनिरुद्ध उनियाल, सत्तेंद्र कुमार, कृष्ण उप्रेती, प्रो. आदेश कुमार, राजेश आत्रे, डॉ. राजपाल रावत, मनोज कुमार और डॉ. चेतन गौड़ सहित कई पूर्व छात्रों ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रीती खंडूरी ने किया। वहीं, परिसर की पुरातन छात्र समिति की ओर से डॉ. शलिनी रावत, डॉ. पुष्कर गौड़, डॉ. जय प्रकाश कंसवाल, डॉ. रीता खत्री और डॉ. नीलाक्षी पांडे ने सम्मेलन को सफल बनाने में योगदान दिया। परिसर निदेशक प्रो. महाबीर सिंह रावत ने सभी पूर्व छात्रों और सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।