
देहरादून, 29 अगस्त। पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए राजपुर क्षेत्र में हुई ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का महज़ 24 घंटे में खुलासा कर दिया। पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से मृतक का मोबाइल फोन और हत्या में प्रयुक्त लोहे का सरिया बरामद किया है।
कैसे हुआ खुलासा?
28 अगस्त की सुबह कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि सहस्त्रधारा हेलीपैड के पास एक निर्माणाधीन मकान में चौकीदार (केयरटेकर) जर्रार अहमद (68 वर्ष) मृत अवस्था में पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि मृतक के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे और नाक-मुंह से खून बह रहा था। पुलिस ने ठेकेदार की तहरीर पर थाना राजपुर में हत्या का मुकदमा दर्ज किया और त्वरित जांच शुरू की। फॉरेन्सिक टीम द्वारा साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने आसपास के CCTV खंगाले। फुटेज में दो संदिग्ध युवक दिखाई दिए। मुखबिर तंत्र सक्रिय होने के बाद पुलिस ने दोनों को राजपुर क्षेत्र के ऑर्चिड पार्क के पास से दबोच लिया।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा
गिरफ्तार आरोपी प्रवीन रावत उर्फ अमन (19)पुत्र मदन रावत, निवासी चालन गांव, सहस्त्रधारा रोड और पवन कुमार (19) तिलक राम, निवासी काठबंगला, थाना राजपुर, दोनों नशे के आदी हैं। पूछताछ में उन्होंने कबूला कि वे 27 अगस्त की रात चोरी की नीयत से निर्माणाधीन मकान में घुसे थे।
केयरटेकर की जेब से मोबाइल और 650 रुपए निकालने पर उसकी नींद खुल गई। मृतक ने एक आरोपी को पकड़ लिया, जिस पर दोनों ने पास पड़े लोहे के सरिए से वार कर उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद वे मोबाइल और नकदी लेकर फरार हो गए।
पुलिस टीम में शामिल
इस खुलासे में थाना राजपुर पुलिस, एसओजी और फॉरेन्सिक टीम की अहम भूमिका रही। उ0नि0 शैकी कुमार (थानाध्यक्ष राजपुर), व0उ0नि0 विजेंद्र कुमार, उ0नि0 दीपक द्विवेदी (चौकी प्रभारी आईटी पार्क), कांस्टेबल विशाल, प्रदीप असवाल, अमित भट्ट एवं आशीष (एसओजी)।