देवभूमि उत्तराखंड के मुनिकीरेती नगर पालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्था लड़खड़ा सकती है। पालिका में कार्यरत सफाई कर्मियों ने लंबित मांगों के पूरा नहीं होने पर 1 जनवरी 2024 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। इस बाबत उन्होंने तहसीलदार नरेंद्रनगर को ज्ञापन भी सौंपा है।
उत्तराखंड के समस्त निकायों (नगर निगम, नगर पालिका परिषद् व नगर पंचायत) से ठेकेदारी प्रथा/संविदा/गेग/नई पार्षद/पुरानी समिति/दैनिक आदि की शोषणकारी व्यवस्था समाप्त करते हुए उक्त सभी गैर सरकारी, कार्यरत सफाई कर्मियों को नियमित, डॉ. ललित मोहन रयाल कमेटी की सिफारिशों और पुरानी पेंशन लागू करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ उत्तराखंड शाखा पिछले काफी समय से संघर्षरत है।
सोमवार को मजदूर संघ के मुनिकीरेती शाखा इकाई से जुड़े सफाई कर्मियों ने लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 14 सूत्री मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार नरेंद्रनगर को सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से शाखा अध्यक्ष कुलदीप ने बताया कि सितम्बर में सचिव शहरी विकास विभाग उत्तराखंड शासन से वार्ता का कोई हल नहीं निकला। साथ ही संघ द्वारा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत सरकार की सम्मानित उपाध्यक्षा के माध्यम से भी मुख्यमंत्री से पत्राचार किया गया। अनेकों बार मुख्यमंत्री से वार्ता करने के प्रयास किये गए, परन्तु विधिवत प्रक्रिया के द्वारा हमें कोई भी उत्तर नहीं मिला है, जिससे पूरे प्रदेश के सफाई कर्मियों में गुस्सा है।
बताया कि पिछले वर्ष अगस्त 2022 में उत्तराखंड विधानसभा में भी रयाल कमेटी की सिफारिशों को लागू कराए जाने के लिए ज्वालापुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक ने प्रश्न उठाया था। जिसके जवाब में वर्तमान शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जल्द ही सिफारिशों को लागू करने व रयाल कमेटी पर कार्यवाही गतिमान होने का आश्वासन दिया था। परन्तु 15 माह बीतने के पश्चात भी रयाल कमेटी की सिफारिशे लागू नहीं हुई, जिससे उत्तराखंड के सफाई कर्मी हताशा व निराशा से भरे हुए हैं।
लिहाजा विवश होकर हमें आन्दोलन हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है।