ड्रग फ्री देवभूमि उत्तराखंड 2025 के विजन को साकार करने की दिशा में दून पुलिस की बडी सफलता
रायवाला 20 दिसंबर। हाईवे पर चेकिंग के दौरान रायवाला थाना पुलिस ने बिना नंबर की कार से यूपी से तस्करी कर लाया जा रहा 58 किलो गांजा बरामद किया है। एक इलेक्ट्रानिक तराजू, टैप, 04 स्टेपलर, 12 स्टेपलर पिन के पैकेट, एक चाकू तथा एक पेंचकस भी मिला। मौके से नशे के पांच सौदागरों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला है। संबंधित धारा में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है।
ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025 के विजन को सार्थक किये जाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर नशा तस्करों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत रायवाला थाना पुलिस ने हरिद्वार ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग पर देर रात चैकिंग के दौरान हरिद्वार की ओर से एक संदिग्ध बिना नम्बर की हुंडई क्रेटा कार को रुकने का इशारा किया गया तो पुलिस को देखकर चालक द्वारा वाहन को तेजी से वापस मोडकर वहां से भागने का प्रयास किया गया। पहले से सतर्क पुलिस ने घेराबंदी कर कार को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर कार से अवैध 58 किलो गांजा बरामद किया, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 15 लाख रुपए आंकी गई। पुलिस ने मौके से मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त एक महिला और चार पुरुषों को धर दबोचा।
प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिह चौहान ने तस्करों की पहचान दीपक कुमार पुत्र राजकुमार निवासी लाल कोठी लालजी वाला, हरिद्वार, सुनील आर्य पुत्र स्व. निरंजन लाल निवासी खड़खड़ी थाना कोतवाली हरिद्वार, इश्तकार पुत्र सत्तार, रियाज पुत्र खुर्शीद निवासी ग्राम एथल थाना पथरी हरिद्वार और पूजा देवी पत्नी दीपक कुमार निवासी लालजीवाला हरिद्वार के रूप में कराई है। बताया कि सभी लोग नशे की खेप लेकर मुजफ्फरनगर से रायवाला की ओर आ रहे थे। पुलिस ने धारा 8/20/27।/29/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया है। सभी को न्यायालय पेश किया जाएगा।
नशे की कमाई से खरीदी लग्जरी कार
पूछताछ करने पर नशा तस्करो ने पुलिस को बताया कि यह गांजा मुजफ्फरनगर के एक व्यक्ति आमिर द्वारा 10,000 रू0 प्रति किलो की दर से उपलब्ध कराया जाता है। जिसे हम सभी छोटी-छोटी पुडियों में हर की पैडी, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, रायवाला आदि स्थानों पर बाबाओं और स्थानीय युवकों को 25,000 से 30,000 रू0 प्रति किलो के रेट से बेचते हैं, जिससे हमें काफी मुनाफा होता है। मुनाफे की रकम को हम सभी आपस में बांट लेते हैं। बताया कि घटना में प्रयुक्त क्रेटा कार भी उन सभी ने गांजा बेचकर हुए मुनाफे से प्राप्त धनराशि से ही खरीदी है, जिसका इस्तेमाल वो नशा तस्करी के लिये करते हैं।