डोईवाला 27 फरवरी। क्षेत्र के स्कूल में कुछ विद्यार्थियों के हाथ का कलावा खोले जाने और माथे पर लगा तिलक मिटाने का मामला सामने आया है। इसकी भनक लगने पर एकत्रित हुए अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन का जमकर विरोध किया। बताया जा रहा है कि काफी जद्दोजहद के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा माफी मांगे जाने पर गुस्साए अभिभावक शांत हुए। चेताया कि इस तरह की धर्म विरोधी घटना दोबारा हुई तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
मंगलवार को डोईवाला क्षेत्र में उसे वक्त हंगामा हो गया जब अभिभावकों को सूचना मिली कि एक पब्लिक स्कूल में उनके बच्चों के माथे पर लगा तिलक मिटा दिया और हाथ में बंधा रक्षा सूत्र (कलावा) जबरन खोल दिया है। बजरंग दल के विभाग संयोजक नरेश उनियाल ने बताया कि दि हॉरिजन स्कूल के टीचर द्वारा विधार्थियों के हाथ का कलावा और माथे का टीका मिटाया गया। यही नहीं जिन सिख बच्चों ने हाथ में कढ़ा पहना था उनसे कढ़ा उतरवा दिया गया, जिससे अभिभावकों का आक्रोश बढ़ गया।
गुस्साए का अभिभावकों ने स्कूल पहुंच कर स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया। जब तक प्रबंधक माफी न मांगे तब तक सभी अपनी बात पर अडिग रहे। बजरंग दल के विभाग संयोजक नरेश होने वाले बताया कि स्कूल प्रबंधक द्वारा माफी मांगने जाने पर मामला शांत हुआ। स्कूल प्रबंधक से दो टूक कहा कि पुनः स्कूल में इस तरह से धर्म विरोधी घटना हुई तो संगठन उग्र आन्दोलन करेगा।
वहीं, भाजपा युवा मोर्चा जिला मंत्री आयुष रावत, ग्राम प्रधान छिद्दरवाला सोबन सिंह कैंतुरा ने स्कूल प्रशासन का पुतला दहन किया।
विरोध प्रदर्शन में संपूर्ण रावत, विक्रम चंद, दीपक कपुरवाण, मनीष सजवाण, विजय, रॉबिन, विकास, सचिन, गणेश, राकेश, गोपाल, सौम्या, त्रिलोक प्रसाद भट्ट, नीरज आदि शामिल रहे। इस बाबत स्कूल प्रबंधक से उनका पक्ष जानने के लिए प्रयास किए गए, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।