अब महिलाओं को पीठ पर ढोकर सिलेंडर लाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी
नारायणबगड़ चमोली (रिपोर्टर-नवीन नेगी)। इस गांव के ग्रामीणों का उसे वक्त खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब पहली बार रसोई गैस सिलेंडर से लदा वाहन पहुंचा। घर पर गैस सिलेंडर की डिलीवरी मिलने पर ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान का आभार व्यक्त किया।
जी हां नारायणबगड़ के अंतर्गत ग्राम पंचायत जुनेर में सोमवार को ऐतिहासिक पल रहा जब पहली बार रसोई गैस का वाहन पहुंचा। ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। ग्राम प्रधान नरेन्द्र भंडारी के प्रयास लाए रंग गैस वाहन पहुंचा गांव। पिंडर घाटी के दूरस्थ गांव जुनेर में गैस का वाहन पहुंचने पर ग्रामीणों ने राहत महसूस की। गांव में नजारा यह रहा कि गैस वाहन पहुंचते ही लोग उस पर लपक पड़े।
ग्राम प्रधान नरेन्द्र सिंह भंडारी ने बताया कि ग्राम पंचायत जुनेर में गैस वाहन की मांग ग्रामीणों द्वारा वर्षो से की जा रही थी, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलते रहे, परन्तु इस बार कई प्रयासों से आज गांव में गैस वाहन पहुंचा। ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई। इससे पहले ग्रामीणों को गैस भरवाने के लिए परखाल या मुख्यालय नारायणबगड़ 10 किमी की दूरी नापनी पड़ती थी। ग्रामीण महिला अंजू देवी ने कहा गांव में पहली बार गैस की गाड़ी पहुंची है, सभी ग्रामीण खुश हैं। अब महिलाओं को पीठ पर ढोकर सिलेंडर लाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, उज्ज्वला योजना के लाभार्थी को समय पर गैस मिलेगा। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में गैस आपूर्ति सुचारू करने पर पिंडरवैली गैस सर्विस नारायणबगड़ भारत गैस के प्रबंधक व ग्राम प्रधान नरेन्द्र भंडारी का भी आभार प्रकट किया।