ऋषिकेश 13 मार्च। केरल के एक शैक्षणिक संस्थान में एक छात्र की हुई संदिग्ध मौत पर भड़के एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने केरल सरकारी खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि केरल में सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के संरक्षण में उसके छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े लोग लगातार हिंसा, भ्रष्टाचार, छेड़खानी की घटनाओं में लिप्त हैं, वहां की सरकार कार्रवाई नहीं कर रही। एबीवीपी इसकी कड़ी निन्दा तथा भर्त्सना करती है।
बुधवार को हरिद्वार रोड स्थित कोयल घाटी तिराहा पर एकत्रित हुए एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने केरल सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला आग के हवाले किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि केरल के शैक्षणिक परिसर सीपीएम संरक्षित अपराधियों की हिंसक गतिविधियों का अड्डा बन गए हैं। केरल में वेटनरी एंड एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धार्थन के साथ एसएफआई से जुड़े लोगों द्वारा जघन्य रैगिंग के परिणामस्वरूप आत्महत्या मामले ने एसएफआई तथा वामपंथी छात्र संगठनों से शैक्षणिक संस्थानों को खतरे को पुनः उजागर कर दिया है। केरल के शैक्षणिक परिसरों में हो रहे आपराधिक कृत्यों में संलिप्तता से एसएफआई का हिंसक इतिहास पुनर्रेखांकित हो रहा है। एबीवीपी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिरुद्ध शर्मा ने कहा कि वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष केशव पोरवाल ने कहा कि एबीवीपी देश भर के अलग-अलग शैक्षणिक परिसरों में केरल के छात्र जेएस सिद्धार्थन की आत्महत्या के विरुद्ध आवाज उठाकर न्याय की मांग कर रही है। यह घटना अत्यंत शर्मनाक तथा दुर्भाग्यपूर्ण है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के लोग लगातार अपनी हिंसात्मक गतिविधियों से शैक्षणिक परिसरों का शांत माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। केरल सरकार के संरक्षण में एसएफआई शैक्षणिक परिसरों में लोकतंत्र को खत्म करके अराजकता एवं गुंडागर्दी के माहौल को बढ़ावा दे रही है।
प्रदर्शनकारियों ने एक स्वर में सिद्धार्थन के परिजनों को शीघ्र न्याय दिलाने और एसएफआई के असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। प्रदर्शन में नगर विस्तारक अक्षय रावत, छात्र नेता दीपक कुमार, नगर सह मंत्री राजू, आशीष पंवार, अक्षत बिजल्वाण, परिसर इकाई सह मंत्री ऋषभ चौहान, कार्तिक ठाकुर, शिवम अग्रवाल, प्रिंस, कृष्णा आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।