✍️संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने यात्रा के सफल संचालन के लिए सरकार को दिए अहम सुझाव
ऋषिकेश 21 मई। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा में परिवहन व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाली संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने वर्तमान में यात्रा काल के दौरान आ रही समस्या के समाधान को प्रदेश सरकार को अहम सुझाव दिए हैं, जिसमें तीर्थयात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए पंजीकरण की व्यवस्था 50 प्रतिशत ऑफलाइन और 50 प्रतिशत ऑनलाइन करने, यात्रा मार्ग पर जाम की समस्या से निपटने को निजी वाहनों पर रोक लगाने या उनकी संख्या निश्चित करना आदि है।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन (भौतिक व्यक्तिगत प्रत्यक्षीकरण) पर 31 मई तक रोक लगाए जाने से चार धाम यात्रा जुड़े परिवहन व्यवसायियों में नाराजगी है। इस मामले में मंगलवार को संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति कार्यालय में समिति अध्यक्ष नवीन रमोला की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रेषित पत्र में बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बुकिंग के आंकड़ों में भारी हेराफेरी है। 30 प्रतिशत यात्री वास्तविक नहीं है। ऑनलाइन बुकिंग के यात्रियों के पास बुकिंग के सभी हथकंडे है। काफी संख्या में फर्जी रजिस्ट्रेशन किया गया। फलस्वरूप कुछ ही घंटों में 31 मई तक का स्लाट पूरा हो गया। अधिकांश लोग पर्यटक अधिक यात्री कम है।
कहा कि जो वास्तविक श्रद्धालु हैं उनमें 80 प्रतिशत ग्रामीण अर्बन क्षेत्रवासी है, जिन्हें ऑनलाइन हथकंडे नहीं आते, जिससे वह पंजीकरण कराने में असफल हो गये। प्रशासन की ओर से वर्तमान में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 31 मई तक बंद करने की घोषणा से यह साधारण यात्री जो कि 5-6 दिनों से प्रतीक्षारत है, जिनकी आर्थिक स्थिति साधारण है, यात्रा से वंचित हो रहे है। ये इनके लिए भारी आघात है। वर्षों से ये लोग यात्रा की तैयारी अपने दैनिक साधनों में कटौती कर कर्जा लेकर चारधाम यात्रा के लिए बड़े मनोयोग से तैयारी करते है। यह वास्तविक यात्री हैं, जो स्वयं उपस्थित है। लिहाजा सीएम साहब इन यात्रियों के शीघ्र रजिस्ट्रेशन करने के लिए उचित आदेश जारी करें। ऋषिकेश में बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को रोके जाने से अन्य प्रदेशों में उत्तराखंड की छवि पर भारी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। समिति ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को यात्रा व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था 50-50 प्रतिशत निर्धारित करने, सभी यात्रियों के रजिस्ट्रेशन ऋषिकेश में उपस्थिति अनिवार्य हो। इस समय सर्वाधिक भीड़ छोटे निजी वाहनों की है, जिससे सड़कों पर जाम है। छोटे निजी वाहनों को या तो रोका जाये या इनकी संख्या निश्चित की जाए।