ऋषिकेश 6 जून। त्रिवेणी घाट पर गंगा में नहाते समय अचानक पैर फिसलने से पानी के तेज बहाव में आकर डूब रहे हापुड़ के एक युवक के लिए फरिश्ता बनकर आए जल पुलिस के जवानों ने काफी मशक्कत के बाद उसे बचा लिया। युवक लगभग 600 मीटर आगे तक बह गया था। जान सलामती पर दोस्तों ने जल पुलिस का आभार जताया। जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर करीब 12:40 पर जल पुलिस टीम त्रिवेणी घाट में गश्त पर थी, इसी बीच जल पुलिस की नजर गंगा के बीचोबीच बह रहे एक युवक पर पड़ी। जल पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते इतने में युवक पानी के तेज बहाव में आ चुका था। जलपुलिस कर्मी बिना वक्त गंवाए युवक को बचाने के लिए गंगा में कूद गए। गंगा का बहाव इतना तेज था कि जल पुलिस के जवानों को युवक को बचाने में त्रिवेणी घाट से लगभग 600 मीटर आगे 72 सीढ़ी घाट के पास सफलता हाथ लगी। काफी मशक्कत कर के बाद गंगा में डूब रहे युवक को गहरे पानी से सुरक्षित बचाकर चौकी लाए। यहां पूछताछ में युवक ने बताया कि उसके साथ 5 अन्य दोस्त भी हैं, सभी पिलखवा हापुड़, उत्तर प्रदेश से ऋषिकेश घूमने आए हैं।
बताया कि गुरुवार को त्रिवेणी घाट पहुंचे। यहां मेरे 5 अन्य दोस्त गंगा में स्नान करने लगे। उन्होंने सुरक्षा के लिए मुझे कपड़ो व सामान के पास बैठा दिया। इस दौरान मेरा भी तैरने का मन किया तो मैं भी गंगा मे उतर गया। दोस्त ना देख ले इसलिए मैं त्रिवेणी घाट से थोड़ा सा आगे शिवमूर्ति के पास गंगा में नहाने लगा, तभी अचानक मेरा पैर फिसला और मैं पानी के तेज बहाव में आकर बहने लगा। मदद के लिए चिल्लाया तो त्रिवेणी घाट पर तैनात जल पुलिस के जवानों ने मुझे बचा दिया गया। युवक के साथ आये अन्य युवको मोहित,विनीत, गोपेश, आजाद व शिवम को बुलाकर चौकी लाया गया व उक्त युवक को उनकी सुपुर्दगी में भेजा गया।
रेस्क्यू टीम में हेड कांस्टेबल चैतन्य त्यागी, हेडकांस्टेबल जलपुलिस हरीश गुसाईं, गोताखोर जलपुलिस विनोद सेमवाल शामिल रहे।