ऋषिकेश 8 जून। देवभूमि की वह वीरांगना जिसने पति के शहीद होने के बाद बेटे भूपेंद्र बिष्ट को फौजी बनाने का संकल्प साकार किया। 8 जून को जांबाज पिता राजेंद्र सिंह बिष्ट की शहादत वाले दिन शनिवार को बेटा भारतीय सेना का अंग बनकर घर पहुंचा। इस दौरान ऋषिकेश नगर निगम की निर्वतमान मेयर अनिता ममगाईं ने गुमानीवाला में फौजी भूपेंद्र बिष्ट के घर पहुंचकर उनको और उनके परिजनों को बधाई दी है।
निवर्तमान मेयर ने फौजी भूपेंद्र के पिता राजेंद्र बिष्ट 8 जून 2005 आज के ही शहीद हुए थे। उस समय भूपेंद्र महज आठ महीने का था। ऐसे में उस महिला को सैल्यूट है, जिसने बच्चे पाले और संकल्प लिया था कि बेटे को सेना में भर्ती करवाउंगी और वह कर दिखाया। यह बहुत बड़ा उदहारण है कि देश के सामने आज गुमानीवाला निवासी 19 वर्षीय राइफलमैन भूपेंद्र बिष्ट को गढ़वाल रायफल में नियुक्ति होने के बाद घर पहुंचा है। उम्मीद है वह शहीद पिता के सपनों को पूरा करेगा। इस दौरान उन्होंने युवा फौजी भूपेंद्र को शाल ओढाकर और पुष्प देकर स्वागत अभिनंदन किया।
बता दें कि बिष्ट परिवार मूल रूप से देवाल इलाका चमोली गढ़वाल जिले का रहने वाला है। मौके पर निवर्तमान पार्षद विपिन पंत, हरीश रतूड़ी, अनूप बडोनी, राहुल त्रिपाठी, जनार्दन नवानी, संगीता गौड़, उर्मिला चमोली, रत्नमणि अंथवाल, मानसी, स्मृति चमोली आदि लोग मौजूद रहे।