देहरादून 27 जून। देहरादून जनपद के पटेलनगर क्षेत्र में महिला और उसकी दो बेटियों की हुई जघन्य हत्या का खुलासा करने में दून पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने हत्यारोपी को गिरफ्तार किया है, जो बिजनौर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक अवैध संबंध हत्या की वजह बने।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गुरुवार को पत्रकारवार्ता के दौरान तिहरे हत्याकांड का खुलासा करते बताया कि हत्यारोपी हसीन (36) पुत्र नसीम निवासी फरीदपुर थाना नेहटोर, जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश हाल निवास ब्रहमपुरी, पटेलनगर जनपद देहरादून ने पूछताछ में बताया गया कि वह बडोवाला, देहरादून में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में कार्य करता है, वह तलाकशुदा है। मृतका रेश्मा से पिछले 2 साल से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था। रेश्मा द्वारा लगातार उस पर शादी करने तथा साथ रहने का दबाव बनाया जा रहा था, रेशमा समय-समय पर उससे खर्चो के लिये पैसो की मांग करती रहती थी, जिसे परेशान होकर उससे पीछा छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन वह लगातार उसे फोन तथा मैसेजो के माध्यम से अपने साथ रखने की जिद्द कर रही थी। हत्यारोपी ने पूछताछ बताया कि देहरादून में कमरा ढूंढने तथा उसके बाद बुलाने की बात कहकर लगातार मृतका रेशमा को टाल रहा था। इसी बीच 23 जून की शाम वह अपनी 15 वर्षीय पुत्री आयत और आठ माह की आयशा के साथ आईएसबीटी देहरादून आ गयी। फोन कर उसने अपने देहरादून आने की जानकारी दी, जिस उससे पीछा छुडाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई। अपनी बाइक यूपी020 बीई 9915 से उसे लेने आईएसबीटी पहुंचा तथा रेशमा व उसके दोनो बच्चो को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री में गया, जहां उन्हें रात में सुलाने के पश्चात पहले मृतका रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की तथा उसके बाद दोनो बच्चियों की मुंह व नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। हत्यारोपी नसीम ने पुलिस को बताया कि तीनो के शवो को टिम्बर ली फैक्ट्री के पीछ कूड़े के ढेर में फेंककर शवों को कूड़े के ढेर के नीचे दबाकर छुपा दिया। मृतकों के कपडे ब्लू डार्ट कम्पनी के नीले थैले में डालकर फेंक दिये व मृतका का बैग भी कूढे के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया तथा मृतका का मोबाइल व उसके घर की चाबी अपने पास छुपा दी थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी द्वारा मृतको के शवो को फॉम के गददों आदि से लपेटकर रखा था, जिस कारण मृतकों के शव फूल गये थे।
25 जून की शाम थाना पटेलनगर के बडोवाला क्षेत्र में पैट्रोल पम्प से आगे सूखे नाले से बदबू आने की सूचना पर इस तिहरे हत्याकांड की पुलिस को जानकारी मिली थी। तब घटना की सवेंदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना के अनावरण हेतु तत्काल अलग-अलग टीमों का गठन किया।
रोडवेज बस के टिकट ने पहुंचाया आरोपी तक
देहरादून। टिम्बर लाइन फैक्ट्री के आसपास एक रोडवेज बस का टिकट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ, जो एक बालिग व एक नाबालिग का था, जिस पर फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस टीम को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए, जिस पर पुलिस टीम द्वारा फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों के संबंध में जानकारी करने पर पुलिस को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी मिला, शक होने पर पुलिस द्वारा उक्त व्यक्ति हसीन को पूछताछ हेतु चौकी पर लाया गया, जहां सख्ती से पूछताछ करने पर उसने अवैध सम्बंधो के चलते उक्त महिला व उसके बच्चों की हत्या करना स्वीकार किया। उसके पास से मृतको के कपडे, बच्चे के निप्पल वाली दूध की बोतल, मृतका का मोबाइल व घर की चाबी, आर्टी फिशियल ज्वैलरी आदि बरामद हुए।
पुलिस टीम को 25000 नगद पुरस्कार की घोषणा
देहरादून। जघन्य हत्याकांड के त्वरित खुलासे पर पुलिस महानिदेशक ने पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करने और पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र ने 25 हजार नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की है। पुलिस टीम में निरीक्षक कमल कुमार लुन्ठी, प्रभारी कोतवाली पटेलनगर, वरिष्ठ उपिरीक्षक मनमोहन सिह नेगी, निरीक्षक चन्द्रभान सिंह अधिकारी, प्रभारी एसओजी सिटी, उ0नि0 दीपक धारीवाल, थानाध्यक्ष क्लेमनटाउन, विजय प्रताप राही, चौकी प्रभारी आईएसबीटी, उ0नि0 दीनदयाल सिह, उ0नि0 धनीराम पुरोहित, हेड कानि0 अनूप मिश्रा, मनोज कुमार, सुनीत कुमर, पंकज मलासी, हितेश कुमार, सूर्यय प्रकाश, आबिद अली, रवि शंकर झा शामिल रहे।