देहरादून 3 जुलाई। जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना और सौंग बांध पेयजल परियोजना के साकार होने पर हल्द्वानी और देहरादून में पर्याप्त पानी मिलेगा। परियोजनाओं पर शीघ्र कार्य शुरू हो, इसके लिए बजट का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों को सितम्बर तक परियोजनाओं से संबंधित सभी कार्रवाई पूरी करने के निर्देश दिए हैं।
बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए बताया कि जमरानी बांध परियोजना के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 710 करोड़ रूपये के बजट का प्राविधान किया गया है। इस परियोजना से हल्द्वानी शहर एवं उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में 117 एमएलडी पेयजल की उपलब्धता, लगभग 57 हजार हैक्टैयर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता का सृजन किया जाएगा। जबकि सौंग बांध परियोजना से देहरादून शहर एवं उपनगरीय क्षेत्रों के लिए 2053 तक की अनुमानित आबादी के लिए 150 एमएलडी ग्रेविटी से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी। वित्तीय वर्ष 2024-25 में सौंग बांध के लिए 300 करोड़ के बजट का प्राविधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने बांध परिजनों के कार्य में शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नैनीताल जनपद के बलियानाला भूस्खलन क्षेत्र का उपचार कार्य, चमोली जनपद के हल्दापानी लॉ कॉलेज के निकट भूधसांव और भूस्खलन की रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक कार्य और पिथौरागढ़ के धारचूला विकासखण्ड में ग्वालगांव भूस्खलन उपचार के कार्य जल्द पूर्ण किये जाएं। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहरों के मास्टर ड्रेनेज प्लान तथा फ्लड प्लैन जोनिंग के कार्यों में तेजी लाई जाए। जल स्तर बढ़ाने के लिए बांधों से सिल्ट निकालने और ड्रेजिंग सिस्टम के लिए 2 माह के अन्दर ठोस प्लान बनाकर प्रस्तुत किये जाने के साथ पिंडर और कोसी नदी को आपस में जोड़ने के लिए राज्य स्तर पर की जाने वाली सभी कार्यवाही में तेजी लाने के निर्देश दिये। पर्वतीय क्षेत्रों में सिंचाई सुविधा बढाने तथा नहरों के अनुरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
बाढ़ सुरक्षा के कार्य में तेजी लाएं
सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विभागीय अधिकारियों को राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा के कार्यों में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने विभागीय अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों में शुद्ध पानी जाए, इसके लिए ऐसे नाले भी चिन्हित किये जाए जहां एसटीपी नहीं लगे हैं। घाटों के निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाए। बैठक बताया गया कि राज्य के 14 महत्वपूर्ण शहरों में ड्रेनेज प्लान पर कार्य किया जा रहा है, देहरादून का सर्वे पूरा कर लिया गया है।
बैठक में यह रहे मौजूद
उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डा. पराग मधुकर धकाते आदि उपस्थित रहे।