ऋषिकेश 16 जुलाई। दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर को लेकर राजनीति तेज हो गई है। मंगलवार को तीर्थनगरी ऋषिकेश में परिवहन व्यवसायियों ने दिल्ली में निर्माणाधीन मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के शामिल होने पर आक्रोश जताया। विरोध प्रदर्शन के बीच प्रदेश सरकार का पुतला फूंका।
मंगलवार को चार धाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड उत्तराखंड परिवहन महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय रावत के नेतृत्व में एकत्रित हुए परिवहन व्यवसायियों ने बीती 10 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली बुराड़ी में केदारनाथ मंदिर के निर्माण का शिलान्यास करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उत्तराखंड में रोष व्याप्त है जगह-जगह धरने प्रदर्शन व्यापारियों, हक़ हकुक धारियों एवं पंडो द्वारा किया जा रहा है।
उत्तराखंड परिवहन महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार देवभूमि की जनता की भावनाओ से खिलवाड़ करती आ रही है। आरोप लगाया कि पूर्व में चार धाम यात्रा मे भी कई हित विरोधी फैसले लिए गए। चरम यात्रा काल मे पंजीकरण व्यवस्था से हजारों तीर्थंयात्री बिना दर्शन क़े वापस लौट गए, जो एक इतिहास बन गया। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति अध्यक्ष नवीन रमोला ने कहा कि सरकार द्वारा सोची समझी नीति क़े तहत दिल्ली मे मंदिर निर्माण किया जा रहा है बड़े व्यापारियों को लाभ देने के उद्देश्य से केदारनाथ की प्रतिमूर्ति का निर्माण कराया जा रहा है मुख्यमंत्री जी जवाब दें की केदारनाथ की कौन सी शिला को दिल्ली विराजित किया गया?
प्रदर्शन में टीजीएमओ उपाध्यक्ष यशपाल राणा, पूर्व अध्यक्ष बलबीर रौतेला, यातायात संचालक दाताराम रतूड़ी, हरीश नौटियाल, पूर्व रोटेशन अध्यक्ष चन्दन पंवार, हेमंत डंग, प्रभारी मदन कोठारी, धनेश कंडियाल, बृजभानु प्रकाश, गिरी बाबू, नवीन भट्ट, संजय भारद्वाज, राज्य आंदोलनकारी रुकम पोखरियाल, प्रीतम चौहान, प्यार सिंह पंवार, राजाराम गोदियाल, बंटी तिवारी, मुकेश नेगी, राहुल डोभाल आदि उपस्थित थे।