ऋषिकेश 17 जुलाई। उत्तराखंड के विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ की तर्ज पर दिल्ली में बना रहे मंदिर को लेकर आक्रोश नहीं थम रहा है। तीर्थनगरी ऋषिकेश में लगातार दूसरे दिन केदारनाथ मंदिर के निर्माण को लेकर सड़कों पर उतरे कांग्रेसियों ने राज्य सरकार विरोधी नारेबाजी की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला भी आग के हवाले किया। इस दौरान पुतला जलाने को लेकर कांग्रेसियों और पुलिस के बीच खींचातानी भी हुई।
बुधवार को बुराड़ी दिल्ली में बन रहे केदारनाथ धाम मंदिर के विरोध में रेलवे रोड स्थित कांग्रेस भवन के सामने एकत्रित हुए कांग्रेसियों ने सीएम और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान मुख्यमंत्री का पुतला जलाये जाने की जानकारी के चलते मौके पर मौजूद पुलिस ने सीएम धामी का पुतला नहीं जलाए जाने के लिए जद्दोजहद की, लेकिन खींचतान के बीच कांग्रेसियों ने सीएम का पुतला फूंक दिया। प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों ने आरोप लगाया उत्तराखण्ड राज्य की भाजपा सरकार द्वारा विश्व सनातन धर्म की आस्था के केंद्र श्री केदारनाथ ज्योर्तिलिंग के साथ छेड़छाड़ करते हुए दिल्ली में केदारनाथ शिला ले जाकर सदियों पुरानी वैदिक एवं सनातनी परम्पराओं को तोड़ते हुए मन्दिर के नाम पर ज्यार्तिलिंग की स्थापना कर समस्त हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड करने का काम किया है, जिसका विरोध स्वयं ज्योतिष्पीठ के श्री शंकराचार्य ने भी किया है। एक स्वर में कहा कि भाजपा के इस कृत्य को सनातन धर्म में आस्था रखने वाला कोई भी हिन्दू बर्दास्त नहीं करेगा।
पुतला फूंकने और प्रदर्शन करने वालों में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह मियां, पूर्व पालिका अध्यक्ष दीप शर्मा, प्रदेश सचिव शैलेंद्र सिंह बिष्ट, जयेंद्र रमोला, मदन मोहन शर्मा, सुधीर रॉय, विजय पाल रावत, बैसाख सिंह, चंदन पंवार, प्रदीप जैन, राजेंद्र कोठारी, ऋषि सिंघल, सरोज देवराड़ी, सरोजनी थपलियाल, निवर्तमान पार्षद भगवान पंवार, देवेंद्र प्रजापति, मधु मिश्रा, रुकम पोखरियाल, ऋषि पोसवाल, हरी नेगी, मुकेश जाटव, राजेश शाह, प्रवीण गर्ग, मनीष जाटव, संजय भारद्वाज, हिमांशु जाटव, विनोद रतूड़ी, हिमांशु कश्यप, रमेश, आदित्य आदि शामिल रहे।