ऋषिकेश 22 जुलाई। भारत अपनी मूलभूत जरूरतों से काफी आगे बढ़ गया है। आज भारतीय 10 वर्ष आगे की योजना पर कार्य कर रहे हैं, इसमें कोई संदेह नहीं कि भारत बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे मजबूत इकोनामी बनेगा।
यह बात द्वारका शारदा मठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती द्वारा अपने 75 वें वर्ष पूरे करने पर राज ऋषि की उपाधि से सम्मानित प्रमुख उद्योगपति डॉ. भूपेंद्र मोदी ने कही। सोमवार को वीरभद्र मार्ग स्थित मोदी योगा रिट्रीट में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान राज ऋषि डॉ. मोदी ने कहा कि मैं 75 साल बाद अमेरिका से भारत लौटा हूं। यहां कुछ खास करना चाहता हूं, जिसके लिए मैं ऋषिकेश पहुंचा हूं, क्योंकि मेरी माता ने कहा था कि जब भी भारत लौटकर आओ तो अपनी शुरुआत ऋषिकेश से ही करना। उन्होंने तीर्थनगरी ऋषिकेश से सनातन का संदेश देने और सनातनियों की सोच को आगे बढ़ाए जाने की बात कही।
एक सवाल के जवाब में डॉ. मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें स्मार्ट सिटी बनाने के लिए यहां बुलाया है। स्मार्ट सिटी के साथ अब सनातन सिटी का प्रचार भी जरूरी है। भारत को विश्वगुरु बनाए जाने की दिशा में कार्य किए जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि विकास भी और विरासत भी भारत का विजन है। पिछले 10 वर्षों में भारत ने विरासत के संरक्षणके लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। प्राचीन सभ्यता का भी विकास भारत में ही हुआ। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत में धर्म विशेष को राजनीतिक मुद्दा बनाया जाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि अपनी धर्म संस्कृति को कैसे मजबूत करें इस ओर भी चिंतन करने की आवश्यकता है। भारत कैसे सनातन राष्ट्र बने इसके लिए हम सभी को अपनी अगली पीढ़ी को संस्कारवान बनाना जरूरी है। राज ऋषि ने कहा कि हिंदुओं के पवित्र स्थान हरिद्वार में कोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं है हरिद्वार में दुनिया भर के हिंदू अपने पूर्वजों की अस्थि विसर्जन के लिए आते हैं और चार धाम यात्रा भी यहीं से आरंभ होती है। हरिद्वार के आसपास एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनता है तो दुनिया भर के श्रद्धालुओं को इसका लाभ मिलेगा। मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी पंकज भट्ट भी मौजूद रहे।