ऋषिकेश 28 जुलाई। श्रावण मास की कावड़ यात्रा में गंगा में बहने की घटनाएं नहीं थम रही है। रविवार सुबह त्रिवेणी घाट पर गंगाजल भरते समय एक कांवड़िया अचानक पैर फिसलने से उफनती गंगा की धारा में बह गया। इसी बीच फरिश्ता बनकर आये जल पुलिस के जवान हरीश गुसाईं ने अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए गंगा में छलांग लगा दी। कड़ी मशक्कत के बाद पानी में काफी आगे तक बह चुके कांवड़िए को पकड़ कर किनारे की ओर लाए।
साथी जल पुलिस जवानों के सहयोग से रस्सी से खींचकर बममुश्किल उसे सुरक्षित बाहर निकाला। उफनती गंगा से सुरक्षित बचाए गए कॉमेडी की पहचान गणेश 34 पुत्र जगदीश निवासी ग्राम सीगान, ईशा नगर छतरपुर मध्य प्रदेश के रूप में कराई, जो अपने अन्य साथियों के साथ त्रिवेणी घाट आया था।
घाट चौकी इंचार्ज प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शिव भक्त गंगा स्नान के लिए त्रिवेणी घाट पहुंच रहे हैं जो स्नान के बाद नीलकंठ धाम की ओर रवाना हो रहे हैं। डूबने की घटना को रोकने के लिए जल पुलिस के जवान घाट पर पूरी तरह से मुस्तैद हैं, जो अभी तक आधा दर्शन से अधिक कांवड़ियों को डूबने से बचा चुके हैं। रविवार को मध्य प्रदेश के कांवड़िए को डूबने से बचाने वाले जल पुलिस के जवान हरीश गुसाईं के जज्बे की हर किसी ने सराहना की।