ऋषिकेश 2 अगस्त। शुक्रवार का दिन ग्रामसभा खदरी खड़क माफ के लिए अहम दिन रहा। यहां राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान के समीप गंगा तट स्थित प्रधानमंत्री भारत सरकार की अमृत सरोवर योजना के तहत लगभग डेढ़ एकड़ भूमि पर निर्मित अमृत सरोवर में नौकायन की अनौपचारिक शुरुआत हुई।
जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान के संयोजन में सरोवर में अनौपचारिक रूप से नौकायन विशेषज्ञों की देखरेख में नौकायन का पूर्व अभ्यास किया गया।
सनातन संस्कृति और भारतीय ज्ञान परम्परा की देश विदेश में अलख जगा रही भारतीय मूल की एनआरआई योगचार्या मनाली शर्मा ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कायाक को सरोवर में उतार कर सफल नौकायन कर अमृत सरोवर की प्रथम महिला नाविक होने का सम्मान पाया। जुगलान ने बताया कि वर्तमान में अमृत सरोवर में मत्स्य पालन किया जा रहा है। अब जल्द यहां आने वाले लोग नौकायन का लाभ भी ले सकेंगे। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार में प्रवासी प्रकोष्ठ के पूर्व दायित्वधारी राज्य मंत्री सचिदानंद पोखरियाल ने कहा कि गंगा तट स्थित यह स्थल साहसिक और जल पर्यटन का केन्द्र बन सकता है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। वे राष्ट्रवादी संगठन सैल्यूट तिरंगा यात्रा को लेकर ऋषिकेश पहुंचे थे।
कायाक एक्सपर्ट वीरेन्द्र सिंह राणा की देखरेख में सुरक्षित नौकायन में दीपक शर्मा, राजेश रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीकान्त रतूड़ी, ग्राम विकास समिति अध्यक्ष पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष शान्ति प्रसाद थपलियाल, प्रकाश पटवाल शामिल रहे।