उत्तराखंड के केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा की घटना से निपटने के लिए एसडीआरएफ के जवान पिछले 5 दिनों से और साधारण रेस्क्यू अभियान चला रहे हैं। अभी तक एसडीआरएफ टीम आपदा ग्रस्त क्षेत्र में फंसे 6590 तीर्थयात्रियों को जोखिम भरे रेस्क्यू के बीच सुरक्षित बाहर निकाल चुकी है। इस दौरान एक युवक का शव भी बरामद हुआ है।
श्री केदारनाथ रेस्क्यू अपडेट ड्रोन की मदद से 5 किलोमीटर के क्षेत्र में एसडीआरएफ और उत्तराखंड पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्चिंग अभियान चलाया। 1 अगस्त से रेस्क्यू शुरू किया गया था, 5 अगस्त सोमवार तक पैदल मार्ग से हजारों तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुके हैं।
यह रेस्क्यू अभियान पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल और सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के नेतृत्व में चल रहा है। सेनानायक खुद मौके पर मौजूद रहकर टीम का हौसला बढ़ा रहे हैं।
सोमवार को SDRF टीम द्वारा 250 यात्रियों को लिंचोली से भीमबली एवं गौरीकुंड- मुनकटिया से 586 यात्रियों को रेस्क्यू कर सोनप्रयाग पहुंचाया गया। दो टीमों के द्वारा बड़ी लिनचोली छोटी लिंचोली और भीमबली गौरीकुंड के क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से विस्तृत और गहन सर्चिंग अभियान चलाया गया l इस अभियान के दौरान एसडीआरएफ की टीम द्वारा पत्थर के नीचे अंदर एक शव बरामद किया, जिसकी शिनाख्त गौतम (21)पुत्र संजय निवासी -223 A वार्ड नंबर 18 जगाधरी, यमुनानगर हरियाणा के रूप में की गई है। श्री केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर एसडीआरएफ की टीम के द्वारा लगातार सर्चिंग अभियान जारी है। एसडीआरएफ के डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है l
रेस्क्यू किये गए यात्रियों का विवरण
01 अगस्त- 1,700 यात्री
02 अगस्त- 2,084 यात्री
03 अगस्त- 1,100 यात्री पैदल मार्ग से व 60 एयरलिफ्ट कराए गए।
04 अगस्त- 3,50 पैदल मार्ग से व 400 एयरलिफ्ट कराए गए।
05 अगस्त- 836 यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।