ऋषिकेश 22 अगस्त। कोलकाता मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट्स महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या का देशभर में विरोध हो रहा है। इसी कड़ी में तीर्थनगरी ऋषिकेश के रोटरी क्लब दिवास ने कैंडल मार्च निकाला और त्रिवेणी घाट पर 51 दीप जलाकर डॉक्टर बिटिया को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
रोटरी क्लब दिवास की अध्यक्ष तनु जैन के नेतृत्व में देहरादून रोड पर कोतवाली के सामने एकत्रित हुई क्लब और अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की महिलाओं ने मेडिकल कॉलेज कोलकाता में हुए दुष्कर्म व हत्या की कड़ी निंदा की। इस दर्द को दिल में समेटे अपराधियों के लिए कठोर सजा देने की अपील सरकार से करते हुए कैंडल मार्च निकाला, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए त्रिवेणी घाट पहुंचा। यहां दिवास क्लब की अध्यक्ष तनु जैन ने महिला सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज में बहू-बेटियां कहीं भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं, कोलकाता में हुए महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म व हत्या ने सारे समाज को झकझोर कर रख दिया है। इस घटना से सहमें डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए सड़कों पर उतरकर लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं। इस दुस्साहसिक घटना के बावजूद डॉक्टर को कर्तव्य मार्ग से डिगने नहीं देती, लेकिन बार बार यह सवाल उठता है कि क्या दोष था उस सेवाधर्मी का, जो उसने इतनी पीड़ा व मानसिक आघात झेला? क्या कुकर्म करने वालों को अपनी मां, बहन, बेटी की आंखों में देखते हुए डरने नहीं लगता कैसे जी लेते हैं वह सर उठाकर।
एक स्वर में स्त्री घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो सरकार से कड़े कदम उठाए जाने की मांग की।
कैंडल मार्च में रोटरी दिवास सचिव शुभांगी रैना, इनरव्हील क्लब की प्रीति पोखरियाल, मानवी खट्टर, मारवाड़ी महिला सम्मेलन से नूतन अग्रवाल, रचना अग्रवाल आदि शामिल रहे।