गोपेश्वर/देहरादून 24 अगस्त। देवभूमि उत्तराखंड के जनपद चमोली के कद्दावर भाजपा नेता और श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष अनुसुइया प्रसाद भट्ट का शनिवार दोपहर असामयिक निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे और कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके परिवार में धर्मपत्नी, दो पुत्र तथा पोते, पोतियां हैं रविवार 25 अगस्त को अलकनंदा नदी के तट पर चमोली में अंतिम संस्कार किया जायेगा।
बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष अनुसुइया प्रसाद भट्ट ने शनिवार को अपने पैतृक गांव गोपेश्वर में जीवन की अंतिम सांस ली।
उनके आकस्मिक निधन पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है।
बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित सभी मंदिर समिति वर्तमान एवं पूर्व पदाधिकारियों तथा सदस्यों सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, मुख्य वित्त अधिकारी आनंद सिंह, विशेष कार्याधिकारी रमेश सिंह रावत सहित मंदिर समिति के सभी अधिकारियों कर्मचारियों, तीर्थ पुरोहितों ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है।
उनके कई उल्लेखनीय कार्य याद रहेंगे
अनुसूइया प्रसाद भट्ट गोपेश्वर नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर भी रहे। चतुर्थ केदार रूद्रनाथ यात्रा के संचालन गोपीनाथ मंदिर प्रबंधन में बतौर मुखिया उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी। भारतीय जनता पार्टी संगठन में महत्वपूर्ण पदों पर रहे। भाजपा को जिला चमोली में स्थापित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति में अध्यक्ष भट्ट के निधन से मंदिर समिति कर्मचारियों में शोक की लहर है। उन्होंने मंदिर समिति अध्यक्ष रहते हुए अस्थायी कर्मचारियों के लिए शासन से पदो का सृजन करवाया।मंदिर समिति को कारगी चौक देहरादून में मां चंद्रवदनी मंदिर तथा भूमि भी दान मिली जहां पर मंदिर समिति ने धर्मशाला निर्माण किया।इसी तरह नयी टिहरी में नव दुर्गा मंदिर तथा धर्मशाला विश्राम गृह उन्ही के कार्यकाल में मंदिर समिति के नियंत्रण में आया। प्रदेश सरकार की ओर से श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति में उपाध्यक्ष पद के बाद 2008 में वह बीकेटीसी के अध्यक्ष बने तथा चार वर्ष तक अध्यक्षीय दायित्व का निर्वहन किया।