देहरादून 15 अक्टूबर। विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर भोले भाले बेरोजगार युवाओं से लाखों की ठगी करने वाले फर्जी एजेंसियों के खिलाफ देहरादून पुलिस ने शिकंजा कसा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर प्राईड गोल्ड एज्यूकेशन नाम की कन्सल्टेन्सी ऐजेन्सी के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए एजेंसी संचालक समेत उसके सहयोगियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देने वालों ने 5 व्यक्तियों को फर्जी रजिस्ट्रेशन, ऑफर लेटर, वर्क परमिट तथा वेरीफिकेशन के नाम पर लाखों रुपए ठगे थे। मामले में पीडितों व उनके परिजनों ने वारिस पुलिस अधीक्षक देहरादून को शिकायत पत्र देकर बताया कि प्राइड गोल्ड ग्लोबल एज्यूकेशन नाम की फर्म द्वारा विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर उनके साथ लाखों रूपए ठगी करने की ठगी की है। जिसका एसएसपी देहरादून द्वारा गम्भीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए क्षेत्राधिकारी डालनवाला को उक्त प्रार्थना पत्रों के आधार पर सम्बन्धित कन्सल्टेन्सी फर्म के विरूद्ध तत्काल जांच के आदेश दिये गये थे।
वर्स्ट पुलिस अधीक्षक के मुताबिक जांच के दौरान पाया गया कि कुनाल नारायण उनियाल व उनकी पत्नी गीतांजली उनियाल द्वारा प्राइड गोल्ड ग्लोबल एज्यूकेशन नाम से एक कन्सल्टेन्सी फर्म संचालित की जा रही है। साथ ही विदेश में अच्छी नौकरी की प्लेसमेंट दिलाये जाने हेतु सोशल मीडया के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जा रहा है, जिससे अच्छे भविष्य की तलाश में कृष्णा प्रसाद, सिद्धार्थ थापा, उबैद आमीर, साकिब तथा राजन शर्मा द्वारा उक्त फर्म से सम्पर्क किया गया। फर्म के संचालक कुनाल नारायण उनियाल तथा उसकी पत्नी गीतांजली उनियाल व एक अन्य सहयोगी द्वारा उक्त पांचो पीडितों को पोलेंड, लुथवानिया, नार्वे, आस्ट्रिया, हंगरी व अन्य यूरोपीय देशों में नौकरी दिलाये जाने के नाम पर व विदेश भेजने हेतु रजिस्ट्रेशन, वर्क परमिट, वीजा व वैरीफिकेशन के नाम पर लाखों रूपए की धोखाधडी की गई। बताया कि पीडितों द्वारा आरोपियों से जब अपनी धनराशि वापस मांगी गयी तो उन्हें धमकाया गया।
थाना डालनवाला पर 4 अलग-अलग अभियोग पंजीकृत कराते हुए उनके विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने के निर्देश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने दिए हैं।
बता दें कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा पूर्व में भी विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाली फर्जी कन्सल्टेन्सी ऐजेन्सियों के विरूद्ध अभियोग पंजीकृत कराये गये।