देहरादून 2 नवंबर। देहरादून के मसूद आलम से 15 लाख की फिरौती मांगने वाले दो शातिर बदमाशों को दून पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक फिरौती नहीं देने पर बदमाश पीड़ित और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। बेहद शातिर किस्म के बदमाशों ने मसूद को फोन करने के लिए अलग- अलग व्यक्तियों के फोन का इस्तेमाल किया था।
कोतवाली नगर देहरादून पुलिस के मुताबिक 1 अक्टूबर 2024 को मसूद आलम निवासी सिंगल मंडी, कुसुम विहार, देहरादून ने तहसील देकर बताया कि अज्ञात व्यक्ति अलग-अलग मोबाइल नंबरों से उनके मोबाइल नंबर पर फोन कर 15 लाख रुपए की मांग रहे हैं। पैसे नहीं देने पर उनको तथा उनके परिजनों को जान से मारने धमकी दी जा रही है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह के निर्देशों पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा उक्त सभी मोबाइल नंबरो, जिनसे वादी को फ़ोन कर धमकी दी गई थी, की सर्विलांस के माध्यम जानकारी एकत्रित की गई तथा मोबाइल नंबर धारकों से वार्ता की गई तो पाया गया कि उक्त सभी मोबाइल नंबर अलग-अलग व्यक्तियों के हैं, जिनमें से कोई मजदूरी तो कोई चाय की ठेली लगाने का काम करता है। उक्त सभी व्यक्तियों से अज्ञात आरोपियों द्वारा बेहद शातिराना अंदाज में अपने मोबाइल का रिचार्ज खत्म होने के बहाना बनाकर अर्जेंट फोन करने के नाम मोबाइल लिया गया था
पुलिस टीम ने उक्त सभी स्थानों पर, जहां से वादी को धमकी दी गई थी। आसपास के लोगों से पूछताछ करते हुए संदिग्ध आरोपियों के हुलिए की जानकारी की गई, साथ ही आस पास के सीसीटीवी कैमरों को फुटेज को खंगाला। छानबीन में जुटी पुलिस को वाहन संख्या UK07-FV 1862 स्प्लेंडर का इस्तेमाल किये जाने की जानकारी मिली, जिस पर वाहन के पंजीकृत स्वामी संगीता पत्नी परशुराम सिंगल मंडी से पूछताछ की गई तो उनके द्वारा अनस व मो० सैफ नाम के 2 युवकों द्वारा उनके पुत्र से बहाना बनाकर उक्त वाहन को मांग कर ले जाने की जानकारी दी गई। पुलिस ने बताया कि शातिर बदमाशों को 24 नवंबर शनिवार को सिंगल मंडी तिराहे के पास से उक्त मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने हत्थे चढ़े आरोपियों की पहचान अनस (19) पुत्र मोहम्मद जाकिर और मोहम्मद सेफ (20) पुत्र अशरफ अहमद निवासी सिंगल मंडी कुसुम विहार देहरादून के रूप में कराई है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान सिंह अधिकारी, कोतवाली नगर, वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप सिंह रावत, उप निरीक्षक आशीष कुमार, कांस्टेबल संदीप कुमार, ब्रिजेश रावत, विनोद, महेश पुरी शामिल रहे।