ऋषिकेश 7 नवंबर। केलवा जे फरेले घवद से उहे पर सुगा मंडराय, मारबउ रे सुगवा धनुष से.., कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय.., जैसे लोक आस्था के गीतों के बीच छठ व्रतियों ने अस्तांचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। शुक्रवार 8 नवंबर को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत संपन्न होगा। तीर्थनगरी के तमाम गंगा घाट श्रद्धालुओं से पटे रहे।
कार्तिक मास की षष्टी यानी लोक आस्था के चार दिवसीय पर्व के तीसरे दिन गुरूवार को तीर्थनगरी के तमाम गंगा घाटों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। ऋषिकेश का त्रिवेणी घाट, दत्तात्रेय घाट, नाव घाट, रामानंद घाट, सूर्य घाट, दयानंद घाट, 72 सीढ़ी घाट, साईं घाट, स्वर्गाश्रम घाट, रामझूला घाट, लक्ष्मणझूला घाट सहित तमाम जगहों पर श्रद्धालु भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचे। सिर पर प्रसाद भरी टोकरी लेकर श्रद्धालु गंगा तट पर पहुंचे। घाट पर श्रद्धालुओं द्वारा पूर्व में बनाई गई अपनी अपनी वेदियों में प्रसाद की टोकरियां रखी गई। जिसके बाद व्रतियों ने जल के अंदर प्रवेश किया और भगवान भास्कर की पूजा करते हुए सूर्य अस्त तक जल के अंदर खड़ी रही। व्रतियों ने सुबह से बिना-कुछ खाए-पीए यानी निराहार और निर्जला रहते हुए सूर्य देव व छठी माईया की पूजा की। प्रसाद के रूप में ठेकुआ, फल समेत अन्य पूजा सामग्री को भगवान भास्कर को अर्पित किया गया। व्रतियों के परिजनों ने भी गंगा तट पर पहुंचकर व्रतियों के साथ भगवान भास्कर को जल चढ़ाया।
गंगा घाटों पर सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
छठ महापर्व में गंगा तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। जिसके लिए पहले से ही पुलिस प्रशासन ने तैयारियां कर ली थी। इसके तहत तमाम गंगा घाटों पर पुलिस कर्मियों को तैनाती रही। ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट से लेकर मुनिकीरेती स्थित दयानंद घाट, स्वर्गाश्रम स्थित गंगा घाट तक जगह जगह पुलिस कर्मी तैनात दिखे। उनके साथ ही जल पुलिस के कर्मचारी भी दिखाई दिए।
आत्म शांति के लिए किया 51 कुंडीय हवन
सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट ने भोजपुरी गायिका शारदा सिन्हा और अल्मोड़ा सड़क हादसे के मृतकों की आत्म शांति के लिए 51 कूंडीय हवन यज्ञ किया। उसके बाद गंगा तट पर 1100 दीपदान किए गए और भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया गया। इसके बाद मृतकों की आत्म शांति के लिए भजन संध्या करवाई गई। मौके पर समिति के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम, शंभू पासवान, राजपाल ठाकुर, प्रदीप दूबे, नागेंद्र सिंह, परमेश्वर राजभर, दीनदयाल राजभर, लल्लन राजभर, वीर बहादुर राजभर, जयप्रकाश नारायण, डा. राजा राम भारद्वाज, संजय भारद्वाज, वसंत ठेकेदार, अनूप गुप्ता, ऋषि जायसवाल, राजेंद्र गुप्ता, दिलीप गुप्ता, चंदन श्रीवास्तव, आदेश शर्मा, चंद्रेश्वर यादव, सतवीर पाल, राहुल शर्मा, जतनस्वरूप भट्नागर, सोनू गुप्ता, हिरामन राजभर, सूर्य प्रताप सिंह, राकेश राजभर, रोशन राजभर, गोरखनाथ राजभर, सतीश राजभर, सूरज गुप्ता, अमित गुप्ता, मन्तोष पासवान, मन्नु राजभर, सुभाष बैरागी, आदि उपस्थित रहे।