देहरादून। उत्तराखंड राज्य में सशक्त भू कानून लागू करने और मूल निवास 1950 की व्यवस्था पुनर्स्थापित करने को लेकर देहरादून में भू कानून संयुक्त समन्वय संघर्ष समिति का पिछले कई दिनों से आंदोलन जारी है। उत्तराखंड समानता पार्टी ने सरकार पर अहिंसात्मक तरीके से चलाए जा रहे हैं आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। यहां जारी बयान में समानता पार्टी के मीडिया प्रभारी वीके धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा 2018 और उसके बाद भूमि कानूनों में किये गये संशोधनों को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने, मूल निवास 1950 की व्यवस्था पुनर्स्थापित करने एवं सशख्त भू कानून लागू करने की मांग लेकर मूल निवास भू कानून संयुक्त समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी के शहीद स्थल देहरादून में आमरण अनशन पर बैठने पर प्रशासन ने शहीद स्मारक के मुख्यद्वार पर ताला जड़ दिया। आरोप लगाया कि अनशनकारी मोहित डिमरी व उनके आंदोलनकारी साथियों को धरना स्थल से जबरन उठाने का प्रयास किया गया जिसकी उत्तराखंड समानता पार्टी घोर भर्त्सना करती है। पार्टी के महासचिव टीएस नेगी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार को प्रदेश के युवाओं को हिंसक आंदोलन में धकेलने से बचना चाहिए, ताकि प्रदेश में सहिष्णुता और शांति व्यवस्था बनी रहे। कहा कि अहिंसात्मक तरीके से चलाये जा रहे हैं आंदोलनों को कुचलने का सरकार का यह कृत्य घोर निंदनीय है।