देहरादून 18 दिसंबर। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में प्रस्तावित नेशनल गेम्स में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत सत्यापन अभियान चलाया गया। कई इलाकों में पहचान छिपाकर रहने वाले 75 लोग संदिग्ध मिले। यही नहीं पश्चिम बंगाल से उत्तराखंड में आकर रहने वाले 177 परिवारों को चिन्हित किया गया। पुलिस सभी के रिकॉर्ड खगाल रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह के निर्देश पर देहरादून जनपद के नगर से देहात तक 9 अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस का शाम ढलने के साथ शुरू हुआ सत्यापन अभियान देर रात तक चला।
पुलिस अधीक्षक देहरादून नगर, विकासनगर, ऋषिकेश के नेतृत्व में पुलिस की अलग-अलग टीमो द्वारा थाना क्षेत्रों में चिन्हित किये गये मिश्रित आबादी क्षेत्रों, मलिन बस्तियो में बाहरी व्यक्तियों विशेषकर पश्चिम बंगाल,आसाम से आये बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन किए।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, 24 परगना, जलपाईगुड़ी तथा आसाम के बारपेटा, बुगाईगांव, गोलपरा आदि जिलों के एड्रेस वाले 75 संदिग्ध व्यक्तियों को पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां सभी का डाटा तैयार किया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक क्षेत्र में बांग्लादेशी/रोहिंग्या नागरिकों के कुछ जगहों पर होने की गोपनीय सूचना पर अभियान चलाया गया जो आगे भी जारी रहेगा।
इन थाना क्षेत्र में हुई कार्रवाई
नगर क्षेत्र में थाना नेहरू कालोनी क्षेत्रान्तर्गत नत्थनपुर, जोगीवाला, थाना प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत नंदा की चौकी झुग्गी झोपडी, ठाकुरपुर झुग्गी झोपडी, कोटरासन्तुर, प्रेमनगर कस्बा, कोतवाली कैंट क्षेत्रान्तर्गत बिंदाल बस्ती चोरखाला, लोहारवाला, दीनदयाल उपाध्याय नगर, कौलागढ, कोतवाली पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत चांचक चौक बंजारावाला, कसाई मौहल्ला, मुस्लिम बस्ती, कन्हैया विहार, एमडीडीए प्लॉट निकट आईएसबीटी व आईएसबीटी फलाईओवर के आस-पास व नीचे झुग्गी-झोपडियो में तथा देहात क्षेत्र में थाना सहसपुर क्षेत्रान्तर्गत चोई बस्ती, चोरखाला पुल के पास, सपेरा बस्ती जस्सोवाला, थाना सेलाकुई क्षेत्रान्तर्गत जमनपुर बस्ती, शिवनगर बस्ती, अकबर बस्ती, कोतवाली डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत राजीवनगर, केशवपुरी, नियामवाला नई बस्ती कुडकावाला, कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत चन्द्रेशवर नगर बस्ती तथा थाना रायवाला क्षेत्रार्न्तगत सपेरा बस्ती, हरिपुर कलां, सुरज कालोनी सूखी नदी के किनारे मलिन बस्तियों में निवासरत ऐसे सभी बाहरी व्यक्तियों, जिनके पश्चिम बंगाल तथा आसाम के आधार कार्ड मिले, उन सब को थाने लाकर उनके सत्यापन की कार्यवाही की गई।
कहां के रहने वाले जुटाई जाएगी जानकारी
पुलिस द्वारा ऐसे सभी व्यक्तियों का डेटा संग्रहित किया जा रहा है, जिससे इस बात को तस्दीक किया जा सके कि कही उनके द्वारा किराएदार के रूप में रुकने के लिए पश्चिम बंगाल तथा असम के एड्रेस के आधार कार्ड तो नहीं बनाए गए है, साथ ही उक्त सभी व्यक्ति मूल रूप से कहां के रहने वाले है, इसकी भी जानकारी की जा रही है। अभियान के दौरान पुलिस टीमों द्वारा लगभग 1004 बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन किये गए।