
देहरादून: देवभूमि में ढोंगियों की शामत! उत्तराखंड में धर्म की आड़ में अंधविश्वास और ठगी फैलाने वाले छद्म भेषधारियों के खिलाफ “ऑपरेशन कालनेमि” का बड़ा असर दिखने लगा है। इसी कड़ी में दून पुलिस ने एक फ़र्ज़ी मौलाना समेत कुल 8 ढोंगियों को गिरफ्तार किया है, जो मदरसे और धर्म का झूठा नाम लेकर लोगों को डराकर और भ्रमित कर उनसे चंदा वसूलने और ठगी करने का काम कर रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून अजय सिंह के निर्देशन में चलाए जा रहे इस अभियान के तहत अब तक 121 से अधिक पाखंडियों/ढोंगियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है।
एसएसपी ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि “देवभूमि में धर्म का अपमान और लोगों की आस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी इस तरह की गतिविधियों में लिप्त होगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। ‘ऑपरेशन कालनेमि’ लगातार जारी रहेगा।”
कार्रवाई का असर — भागने लगे पाखंडी!
इस पुलिस अभियान की सख्ती का परिणाम यह है कि ऐसे फ़र्ज़ी मौलवी और ढोंगी अब देहरादून छोड़कर अपने मूल राज्यों की ओर भागने लगे हैं।
यह पाखंडी आए गिरफ्त में
1. मोहम्मद याकूब (59 वर्ष) — कुरड़ी खेड़ा, थाना बिहारीगढ़, उत्तर प्रदेश
2. भिखारी लाल — रानीगंज मखना, पीलीभीत, उत्तर प्रदेश
3. कुलदीप शर्मा — लेबर कॉलोनी, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
4. हजारी लाल — खेरगढ़, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश
5. सरयुग यादव — ग्राम धनोआ, मधुबनी, बिहार
6. बलदेव (60 वर्ष) — थाना बालू मास, रांची, झारखंड
7. बबली (35 वर्ष) — हरिद्वार (फिलहाल रिस्पना फ्लाईओवर के नीचे)
8. वर्षराम गिरी — त्रिवेणी घाट, ऋषिकेश
ऑपरेशन कालनेमि: एक नज़र में
राज्य सरकार के निर्देश पर “ऑपरेशन कालनेमि” अभियान की शुरुआत।
धर्म की आड़ में लोगों को गुमराह करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई।
अब तक 121 से अधिक फ़र्ज़ी बाबाओं/मौलवियों को पकड़ चुकी है दून पुलिस।
महिलाओं और युवाओं को विशेष रूप से बनाते थे शिकार।
जन जागरूकता और सतर्कता से पाखंडियों का पर्दाफाश।
पाठकों से अपील:
यदि आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति दिखाई दे जो धार्मिक भेष में लोगों को गुमराह करने या ठगने का प्रयास कर रहा हो, तो तत्काल पुलिस को सूचना दें। आपकी सतर्कता समाज को सुरक्षित बनाएगी।