
ऋषिकेश। श्रीरामायण प्रचार समिति द्वारा आयोजित 40वां तुलसी जयंती महोत्सव भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ। इस शुभ अवसर पर तुलसी मानस मंदिर प्रांगण भक्ति, रामनाम और भव्यता से सराबोर रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज व जगतगुरु आचार्य स्वामी दयाराम दास, योगानंदाचार्य स्वामी परमानंद दास, गोपाल बाबा करुणा शरण, बंशीधर पोखरियाल और पूर्व मेयर अनीता ममगाईं ने संयुक्त रूप से किया।
रामकथा का उद्घाटन करते हुए प्रख्यात कथा मर्मज्ञ युवराज स्वामी गोपालाचार्य महाराज ने कहा, रामायण केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का दर्शन है। भगवान श्रीराम का आदर्श संपूर्ण मानव सभ्यता के लिए पथप्रदर्शक है। कथा वाचक स्वामी कृष्णाचार्य महाराज ने कहा, भगवान राम का जीवन संयम, करुणा और त्याग का प्रतीक है। तुलसीदास जी ने उस दर्शन को लोक तक पहुंचाया।”
इस मौके पर पंडित वेद प्रकाश मिश्रा ने भक्ति भाव से ओतप्रोत सामूहिक रामचरितमानस पाठ की प्रस्तुति देकर माहौल को भाव-विभोर कर दिया। आयोजन में पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता, विनोद कोठारी, मदन मोहन शर्मा, मनमोहन शर्मा, राजीव लोचन शर्मा, चेतन शर्मा, नवल कपूर, राजेश थपलियाल, अशोक अरोड़ा सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे।
महोत्सव आस्था, संस्कृति और पर्यावरण जागरूकता का संगम
ऋषिकेश। श्रीरामायण प्रचार समिति के अध्यक्ष महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज के मार्गदर्शन में यह महोत्सव आस्था, संस्कृति और पर्यावरण जागरूकता का संगम बन रहा है। 22 जुलाई से 31 जुलाई तक चलने वाले इस 10 दिवसीय तुलसी महोत्सव में विविध धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे, जिनमें शामिल हैं। राधा माधव संकीर्तन मंडल द्वारा भजन संध्या, पौधारोपण कार्यक्रम, प्रतिभा सम्मान समारोह, विशेष प्रवचन एवं रामकथा
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