
देहरादून, 23 जुलाई। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज देहरादून एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में भर्ती मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को अब ठहरने की परेशानी से राहत मिलने वाली है। बुधवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में इन दोनों मेडिकल कॉलेजों और सेवादान आरोग्य संस्था के बीच एक महत्वपूर्ण एम.ओ.यू. (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर किए गए।
यह समझौता दोनों मेडिकल कॉलेज परिसरों में तीमारदारों के लिए आधुनिक एवं सुविधायुक्त विश्राम गृह (रैन बसेरे) बनाए जाने से संबंधित है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह कदम राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को जनहित के और अधिक करीब लाने की दिशा में एक बड़ी पहल है। उन्होंने कहा, मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को रात्रि विश्राम व ठहरने की सुविधा मिलना न केवल मानवीय दृष्टिकोण से आवश्यक है, बल्कि यह स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को संवेदनशील बनाने की दिशा में भी एक अहम पहल है।एम.ओ.यू. के अनुसार, सेवादान आरोग्य फाउंडेशन दोनों मेडिकल कॉलेजों—देहरादून और हल्द्वानी—में 350-350 बिस्तरों की क्षमता वाले विश्राम गृह बनाएगा।
इन विश्राम गृहों का संचालन एवं रखरखाव सेवादान आरोग्य फाउंडेशन द्वारा ही किया जाएगा। मेडिकल कॉलेज प्रशासन भूमि उपलब्ध कराएगा और निर्माण के लिए आवश्यक भूमि भी कॉलेज प्रशासन द्वारा दी जाएगी। राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून में 1750 वर्गमीटर भूमि और राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 1400 वर्गमीटर भूमि। यह समझौता आगामी 20 वर्षों के लिए मान्य रहेगा।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, सचिव विनय शंकर पाण्डेय, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना तथा सेवादान आरोग्य संस्था से अभिषेक सक्सेना, आनंद सिंह बिसेन एवं अमित दास उपस्थित रहे।
एम्स सैटेलाइट सेंटर किच्छा में भी होगी व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने सेवादान आरोग्य संस्था से अनुरोध किया कि किच्छा स्थित एम्स सैटेलाइट सेंटर में भी इसी तरह की व्यवस्था की जाए, जिस पर संस्था ने सहमति जताई।
सुविधा शुल्क भी बेहद किफायती
सामान्य शयनागार: 55 रुपए प्रति बिस्तर प्रति रात्रि
दो बिस्तरों वाला निजी कक्ष: 300 रुपए प्रति रात्रि
नाश्ता: 20 रुपए, भोजन: 35 रुपए