
चमोली/देवाल। देवभूमि उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा का कहर नहीं थम रहा है। बीती रात चमोली जिले के देवाल क्षेत्र में आसमान से बरपी आफत ने भारी तबाही मचा दी। मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटना से मोपाटा गांव में मलबा आ गया, जिसके चलते कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
भारी बारिश से आए मलबे ने बदरीनाथ हाईवे को चटवा पीपल के पास पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया है। हादसे में कई भवनों को नुकसान पहुंचा है, जबकि स्थानीय गोशाला में दबकर 15 से 20 पशुओं की मौत की भी सूचना है।
जिला प्रशासन के मुताबिक कि राहत-बचाव टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है।
बदरीनाथ हाईवे बाधित
भारी बारिश से आए मलबे ने चटवा पीपल के पास बदरीनाथ हाईवे पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया। यातायात ठप, यात्रियों और स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी।
फिलहाल हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है और मलबा हटाकर हाईवे खोलने की कोशिशें जारी हैं।
🚌 बस भी आई मलबे की चपेट में
देहरादून से रुद्रप्रयाग बसुकेदार-छेनागाड़ जाने वाली विश्वनाथ सेवा की बस के भी मलबे में फंसने की खबर है। राहत टीम मौके पर रवाना हो गई है।
प्रशासन अलर्ट पर
चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया – “राहत व बचाव टीमें तत्काल मौके पर पहुंच चुकी हैं और युद्धस्तर पर रेस्क्यू जारी है।” आपदा प्रबंधन दल और स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की मदद में जुटे।
⚡ ताज़ा अपडेट
➡️ हाईवे खोलने के प्रयास जारी
➡️ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी👇
जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डुंगर तोक और जनपद चमोली के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के कारण मलबा आने से कुछ परिवारों के फंसे होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है, इस संबंध में निरंतर अधिकारियों से संपर्क में हूं, आपदा सचिव और जिलाधिकारियों से बात कर बचाव कार्यों के प्रभावी संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिए हैं। बाबा केदार से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूँ।