
मुनिकीरेती-ढालवाला 28 अगस्त। नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला और नगर पंचायत तपोवन के बीच उपजे सीमा विवाद को लेकर गुरुवार को पालिका सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। पालिकाध्यक्ष नीलम बिजल्वाण की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभासदों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पूर्व बोर्ड सदस्यों व समाजसेवियों ने हिस्सा लिया।
बैठक में सभी ने सामूहिक रूप से तपोवन नगर पंचायत द्वारा पालिका क्षेत्र में बोर्ड लगाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज की। बैठक में अधिशासी अधिकारी अंकिता जोशी, कई सभासद व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। सभी ने एकमत से कहा कि पालिकाओं के बीच विवाद को राजनीतिक रंग न देकर प्रशासनिक स्तर पर सुलझाया जाए।
गौरतलब है कि हाल ही में तपोवन नगर पंचायत ने लक्ष्मण झूला रोड स्थित पेट्रोल पंप के समीप भूमि पूजन कर अपना बोर्ड स्थापित किया था, जिस पर विरोध जताते हुए पालिका ने वह बोर्ड हटा दिया था।
बैठक में उठे प्रमुख मुद्दे
➡️समाजसेवी चन्द्रवीर पोखरियाल ने कहा कि यह मामला प्रशासनिक है और दोनों निकायों को मिलकर हल करना चाहिए।
➡️पेंशनर्स संगठन के संरक्षक खुशहाल सिंह राणा ने स्पष्ट किया कि तपोवन की सीमा हाथी धारा से शुरू होती है।
➡️पूर्व राज्य मंत्री रमेश उनियाल ने कहा कि मुनिकीरेती की सीमा पहले ही गजट नोटिफिकेशन में तय की जा चुकी है।
➡️पूर्व अध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल ने भी सीमा निर्धारण का हवाला देते हुए कहा कि बोर्ड लगाने का कदम अनुचित है।
➡️कई समाजसेवियों ने तथ्य रखते हुए बताया कि राजस्व व अन्य विभागों की सहायता से सीमा विवाद को समाप्त किया जाए।
पालिका का पक्ष
अध्यक्ष नीलम बिजल्वाण ने कहा कि हाथी धारा तक पालिका द्वारा वर्षों से विकास कार्य करवाए जाते रहे हैं और यहां के लोग नगर पालिका की वोटर लिस्ट में दर्ज हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि शीघ्र ही राजस्व और वन विभाग की टीम मौके का निरीक्षण करेगी। आवश्यकता पड़ने पर दोनों निकायों के गजट नोटिफिकेशन का अध्ययन भी किया जाएगा।