
काठमांडू/नेशनल खबर 11 – नेपाल में युवा पीढ़ी के हिंसक प्रदर्शनों से उपजे गहरे राजनीतिक संकट के बीच शुक्रवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला। पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार की कमान सौंप दी गई।
राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें शपथ दिलाई। इससे पहले नेपाल की संसद को भंग करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया था।
शपथग्रहण से पूर्व राष्ट्रपति पौडेल, सेना प्रमुख जनरल अशोक राज और जनरेशन-जी के नेताओं की अहम बैठक हुई। बैठक में सर्वसम्मति से सुशीला कार्की को अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाने पर सहमति बनी।
इस घटनाक्रम के साथ ही आपके लोकप्रिय न्यूज़ पोर्टल नेशनल खबर 11 का पूर्वानुमान एक बार फिर सही साबित हुआ है।
पृष्ठभूमि:
पिछले कुछ महीनों से नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता संघर्ष गहराता जा रहा था। युवाओं द्वारा चलाए जा रहे जनरेशन-जी आंदोलन ने इसे और उग्र बना दिया। आंदोलन में संसद भंग करने और राजनीतिक सुधार की मांग प्रमुख रही।
हिंसक प्रदर्शनों और तीव्र जनदबाव के चलते अंततः सरकार को सत्ता छोड़नी पड़ी और अंतरिम व्यवस्था की राह अपनाई गई।
भविष्य की संभावनाएं:
विशेषज्ञों का मानना है कि सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार आने वाले समय में राजनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश करेगी।
नए चुनाव की तैयारी
👉राजनीतिक सुधार की रूपरेखा
👉युवाओं की मांगों को संबोधित करने के लिए ठोस कदम
👉नेपाल की राजनीति फिलहाल संक्रमण काल में है और अंतरिम सरकार पर जनता की बड़ी उम्मीदें टिकी हुई हैं।