-भारत में संस्कार मिलता है विदेशों में नहीं: प्रेम बाबा
ऋषिकेश। अंतरराष्ट्रीय वैदिक फाउंडेशन हिमालया योगालय आश्रम में विदेश प्रवास के बाद अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरु प्रेम बाबा अपने आश्रम पहुंचे, जहां आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी शंकर तिलक महाराज एवं तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान विदेशी साधकों ने हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक वेद मंत्रों के द्वारा आए हुए अतिथियों को उत्तरीय औढाकर पुष्पमाला पहनाकर अतिथि सत्कार किया गया।
आध्यात्मिक गुरु प्रेम बाबा ने कहा की भारत के संस्कार ही मुझे अपने देश ब्राजील से जहां-जहां मेरे विदेशों में लाखों की संख्या में मेरे साधक रहते हैं उनके साथ में तीर्थ नगरी ऋषिकेश उत्तराखंड में खिंचा चला आता हूं यहां मां गंगा मुझे बुला लेती है और मैं खिंचा चला आता हूं भारत में हमें संस्कार देखने को मिलते हैं जो विदेशों में नहीं मिलता है।