
देहरादून, 6 जून। देवभूमि उत्तराखंड की धरती अब केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र ही नहीं, बल्कि देश की बागवानी क्रांति का नेतृत्व भी करेगी। यह बात शुक्रवार को देहरादून जनपद के डोईवाला ब्लॉक स्थित पाववाला सौड़ा गांव में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत आयोजित किसान चौपाल में केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कही।
कृषि मंत्री ने खेतों के बीच खाट पर बैठकर किसानों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने कहा, “मैं खुद किसान परिवार से हूं, खेत की मिट्टी और किसान का संघर्ष अच्छे से जानता हूं। यहाँ आकर मैं यह समझना चाहता हूं कि योजनाओं का लाभ वास्तव में धरातल तक पहुंच रहा है या नहीं। कार्यक्रम में उत्तराखंड सरकार के कृषि मंत्री गणेश जोशी सहित कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
🌱 ‘एक पेड़ मां के नाम’ – पौधरोपण के जरिए भावनात्मक जुड़ाव
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौपाल के दौरान ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत पौधरोपण भी किया, जिससे न केवल पर्यावरण सरंक्षण बल्कि मानवीय मूल्यों से जुड़ाव का संदेश भी दिया गया।चौपाल में लीची, बासमती, कटहल और सब्जी उत्पादकों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। सिंचाई, बीज, विपणन, फसल बीमा और मूल्य निर्धारण जैसे मुद्दों पर किसानों ने खुलकर अपनी बात रखी।
🍎 उत्तराखंड: फल-फूल, सब्जी और अनाज के उत्पादन में बनेगा राष्ट्रीय केंद्र
केंद्रीय कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड को हार्टिकल्चर (बागवानी) का राष्ट्रीय हब बनाने की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार मिलकर योजनाबद्ध कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा, “यहां के फल और सब्जियों में वैश्विक गुणवत्ता है। हम इन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाएंगे।”
💧 टेक्नोलॉजी + प्राकृतिक खेती = आत्मनिर्भर किसान। केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। जल संरक्षण को प्राथमिकता दी जाएगी। किसानों को तकनीकी नवाचारों से जोड़ा जाएगा। कृषि को भविष्य के लिए और अधिक लाभकारी बनाया जाएगा
🗣️ देवभूमि में आकर आत्मा को मिलती है ऊर्जा
मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में आकर “मन, बुद्धि और आत्मा नई ऊर्जा से भर जाते हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में हो रहे कार्यों की सराहना की और कहा कि केंद्र सरकार हर स्तर पर राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगी।
आगे का कार्यक्रम:-किसान चौपाल के बाद मंत्री चौहान: लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी, मसूरी में विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे। दोपहर 3 बजे गढ़ी कैंट, नींबूवाला स्थित हिमालयन सांस्कृतिक केंद्र में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत एक और किसान संवाद कार्यक्रम को संबोधित करेंगे।