
हरिद्वार | संवाददाता। उत्तराखण्ड में पुलिस प्रशासन को और अधिक सशक्त, पारदर्शी और नागरिकों के अनुकूल बनाने की दिशा में एक अनूठी पहल शुरू की गई है। इसी क्रम में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के अधिकारी अर्पण यदुवंशी ने अपने सेवा जीवन की प्रथम नियुक्ति वाले थाना जीआरपी हरिद्वार को ‘गोद’ लेकर उसे ‘आदर्श थाना’ के रूप में विकसित करने का बीड़ा उठाया है।
वर्तमान में एसडीआरएफ उत्तराखण्ड के सेनानायक के पद पर तैनात यदुवंशी ने 23 जून 2025 को इस ऐतिहासिक पहल के तहत जीआरपी हरिद्वार का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने थाने की बुनियादी संरचना, बैरक, कार्यालय, भोजनालय, और अन्य सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया।
थाना वही, दृष्टिकोण नया
यदुवंशी की प्रथम नियुक्ति वर्ष 2022 में इसी थाने से हुई थी, जिससे उनका इस स्थान से एक भावनात्मक लगाव भी जुड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जीआरपी हरिद्वार को आधुनिक संसाधनों, साफ-सुथरे माहौल और जनसहभागिता के साथ ऐसा थाना बनाया जाएगा, जो उत्तराखण्ड पुलिस की उत्कृष्टता और जनता के प्रति सेवा भाव का प्रतीक बने।
मानवता और संवेदनशीलता होगी प्राथमिकता
उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वे आम नागरिकों के प्रति संवेदनशील, सहयोगी और सेवा भाव से प्रेरित होकर कार्य करें। यह पहल पुलिस की जनता के साथ विश्वसनीयता और समर्पण को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।
“आदर्श थाना” की ओर उत्तराखण्ड पुलिस
गृह विभाग की इस नवाचारपूर्ण योजना के अंतर्गत अब IPS अधिकारी अपने पहले तैनाती स्थलों को मॉडल थानों में बदलने की कोशिश कर रहे हैं। इस कदम से न केवल बुनियादी ढांचा सुधरेगा, बल्कि पुलिस की कार्यसंस्कृति में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा।