
ऋषिकेश, 8 जुलाई। कृषि एवं उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने मंगलवार को ऋषिकेश के हनुमंतपुरम, गंगानगर स्थित राजकीय मौन पालन परिषद के उपाध्यक्ष गिरीश डोभाल के कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के अंतर्गत एक फलदार पौधा भी रोपित किया।
उद्घाटन अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि गिरीश डोभाल एक समर्पित स्वयंसेवक हैं, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी की आत्मा को प्रतिबिंबित करते हैं। उन्होंने मौनपालन को किसानों की आय बढ़ाने का प्रभावी माध्यम बताया।
मंत्री जोशी ने कहा कि उत्तराखंड का 65% भूभाग वनाच्छादित है, जिससे मौनपालन की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि शहद और इसके सह-उत्पाद न सिर्फ किसानों को अतिरिक्त आमदनी दे रहे हैं, बल्कि पर-परागण के माध्यम से बागवानी फसलों की गुणवत्ता और उत्पादकता में भी वृद्धि हो रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से राज्य सरकार मौनपालन पर विशेष ध्यान दे रही है।”
इस दौरान कृषि मंत्री ने प्रसिद्ध रंगकर्मी शिरीष डोभाल, समाजसेवी पंकज गुप्ता को सम्मानित किया।
क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने भी प्कार्यक्रम को संबोधित किया।
मौके पर मेयर शंभू पासवान, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, मंडलाध्यक्ष मनोज ध्यानी, दिनेश सती, प्रमोद शर्मा, राजीव थपलियाल, सरदार सतीश सिंह आदि मौजूद रहे।
शहद के उत्पादन में उत्तराखंड की बड़ी छलांग
मंत्री जोशी ने जानकारी दी कि राज्य में वर्तमान में लगभग 4000 मधुमक्खी पालक हैं, जो 95,000 कॉलोनियों का संचालन कर 1900 टन वार्षिक शहद उत्पादन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ की वन तुलसी से बना शहद सबसे महंगा है और उसकी मांग इतनी अधिक है कि उसकी आपूर्ति कर पाना कठिन हो रहा है।
‘मधु ग्राम’ के सपने को दे रहे हैं पंख: गिरीश डोभाल
ऋषिकेश। राजकीय मौन परिषद के उपाध्यक्ष गिरीश डोभाल ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के ‘मधु ग्राम’ के सपने को साकार करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में शहद उत्पादन राज्य की आर्थिकी का नया आधार बन रहा है।