
ऋषिकेश, 10 जुलाई। भारतीय सेना से सेवानिवृत्त पूर्व सैनिकों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एम्स ऋषिकेश ने गुरुवार को ‘ईसीएचएस योजना’ (Ex-Servicemen Contributory Health Scheme) की शुरुआत की। इस योजना के तहत अब उत्तराखंड के हजारों पूर्व सैनिक और उनके परिजन एम्स में रैंक के आधार पर कैशलेस इलाज की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इस योजना का शुभारंभ किया और बताया कि पूर्व सैनिकों को इनडोर और आउटडोर दोनों ही सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा सेवाएं अब मुफ्त मिलेंगी। उन्होंने कहा, “यह योजना न केवल पूर्व सैनिकों को सम्मान देती है, बल्कि उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित करती है।”
सेना की ओर से पहुंचे जनरल ऑफिसर गिल ने एम्स प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि उत्तराखंड में करीब 4.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिक और वीर नारियां रहती हैं, जिन्हें अब इस योजना से राहत मिलेगी।
ईसीएचएस योजना के नोडल अधिकारी डॉ. मोहित धींगरा ने बताया कि पूर्व सैनिकों को उनकी सेवा रैंक के अनुसार इलाज की कैशलेस सुविधा दी जाएगी। इसके लिए एम्स के ओपीडी काउंटर के पास एक विशेष ईसीएचएस हेल्प डेस्क स्थापित किया गया है, जहां से योजना से संबंधित पंजीकरण और जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
उद्घाटन समारोह में मेजर जनरल आर. प्रेमराज, जनरल ऑफिसर आर्मी कमांडिंग, प्रो. जया चतुर्वेदी, डीन एकेडमिक, प्रो. बी. सत्या श्री, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. रवि कुमार, डीएमएस, डॉ. श्रीलोय मोहंती ब्रिगेडियर परीक्षित, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल, देहरादून, ब्रिगेडियर पी. तिवारी, कमांडेंट मिलिट्री हॉस्पिटल, रुड़की, कर्नल जितेंद्र कुमार, डायरेक्टर, रीजनल सेंटर ईसीएचएस, एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी कमांडेंट अनिल चन्द्र, आयुष्मान योजना से संजय त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।