
ऋषिकेश, 3 अगस्त। भारतीय अंगदान दिवस की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर एम्स ऋषिकेश में आयोजित रैली में लायंस क्लब ऋषिकेश देवभूमि ने मोहन फाउंडेशन के आग्रह पर सक्रिय रूप से भाग लिया। यह रैली न केवल अंगदान के प्रति सोच बदलने का प्रयास थी, बल्कि यह संदेश भी दिया कि मृत्यु के बाद भी जीवन दिया जा सकता है।
रविवार को रैली का उद्घाटन एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने किया, जिसमें 200 से अधिक प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस मौके पर क्लब अध्यक्ष राजीव अरोड़ा ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि एक ब्रेन डैथ व्यक्ति के अंगों से लगभग 10 लोगों का जीवन बचाया जा सकता है। अंगदान एक ऐसा पुण्य कार्य है जो किसी की जिंदगी को नई रोशनी दे सकता है।
इस जनजागरूकता अभियान में एम्स के वरिष्ठ चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ एवं अनेक सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।
डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. अंकुर मित्तल, प्रो. रश्मि मल्होत्रा, डॉ. लोकेश अरोड़ा, डॉ. विकास पंवार, डॉ. आनंद शर्मा, डॉ. शैरॉन कंडारी, डॉ. दिलीप कुमार, मोहन फाउंडेशन के प्रोजेक्ट लीडर संचित अरोड़ा, लायंस क्लब देवभूमि से गोपाल नारंग, राजेंद्र गुरेजा, गुलशन चंदानी, कमल कालड़ा, सुरेंद्र कथूरिया, राजकुमार बालयान एवं महेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।