
देहरादून, 12 अगस्त। मुख्यमंत्री की प्रेरणा और जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर राजधानी देहरादून के प्रमुख चौराहों का रूप अब पूरी तरह बदल चुका है। कुठालगेट, साईं मंदिर, दिलाराम चौक और घंटाघर न केवल आधुनिक यातायात व्यवस्था से लैस हो गए हैं, बल्कि पहाड़ी शैली के सौन्दर्यीकरण के साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक भी पेश कर रहे हैं।
जिलाधिकारी ने मंगलवार सुबह इन स्थलों का निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में इन चार चौराहों का चौड़ीकरण, राउंड अबाउट और 10 मीटर चौड़ी एडिशनल स्लिप रोड का निर्माण किया गया है। यहां गढ़वाल और कुमाऊं की पारंपरिक कला, राज्य के महान विभूतियों और आंदोलनकारियों की प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं, जिससे पर्यटक उत्तराखंड की लोक संस्कृति से रूबरू हो सकें।
केवल तीन महीनों में ही डीएम सविन बंसल के नेतृत्व में स्मार्ट सिटी बजट से 10 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य लगभग पूर्ण हो गया है। विशेष बात यह है कि निर्माण के साथ-साथ अगले तीन वर्षों तक रखरखाव का प्रावधान भी किया गया है। कुठालगेट और साईं मंदिर तिराहे पर दो नई मोटरेबल स्लिप रोड निकाली गई हैं, जिससे यातायात सुगम होगा। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
निगरानी और सुरक्षा में ओर मजबूती
इसके अतिरिक्त, शहर के 11 प्रमुख जंक्शनों पर ट्रैफिक लाइट का कार्य पूरा कर लिया गया है और 5 वर्षों में पहली बार पुलिस के सीसीटीवी कैमरों को भी एकीकृत किया गया है, जिससे सड़कों पर यातायात की निगरानी और सुरक्षा में और मजबूती आएगी।डीएम की यह पहल न केवल देहरादून के यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ कर रही है, बल्कि शहर को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान से भी सजा रही है।