
➡️धामी सरकार और एनएचएलएमएल के बीच समझौता
➡️6800 करोड़ की परियोजनाएं राज्य में पर्यटन को देंगी नई उड़ान
देहरादून, 2 सितंबर। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में सचिवालय में ऐतिहासिक समझौता हुआ। पर्वतमाला परियोजना के तहत केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे निर्माण के लिए उत्तराखंड सरकार और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) ने हाथ मिलाया।
समझौते के अनुसार एनएचएलएमएल की 51% और राज्य सरकार की 49% हिस्सेदारी होगी। राजस्व साझेदारी के अंतर्गत 90% धनराशि पर्यटन, परिवहन और गतिशीलता पर व्यय की जाएगी।
इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री अजय टम्टा और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे। मौके पर प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, अपर सचिव विनय कुमार, सचिव दिलीप जावलकर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनएचएलएमएल राजेश मलिक, वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत जैन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
सीएम धामी बोले “धार्मिक धरोहर को मिलेगी वैश्विक पहचान”
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समझौता राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान दिलाने के साथ पर्यटन, रोजगार और बुनियादी ढांचे में नए अवसर खोलेगा। उन्होंने जानकारी दी कि सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किमी लंबी रोपवे (लागत 4100 करोड़), गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.4 किमी लंबी रोपवे (लागत 2700 करोड़)
को मंजूरी मिल चुकी है।
धामी ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में रेल, रोड और रोपवे कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। चारधाम ऑलवेदर रोड, दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड और अन्य कई सड़क परियोजनाएं इसी कड़ी का हिस्सा हैं।
“पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बड़ा बढ़ावा”
केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने इसे राज्य में रोपवे विकास का “महत्वपूर्ण दिन” बताया। उन्होंने कहा कि रोपवे निर्माण से श्रद्धालुओं की यात्रा सुविधाजनक होगी।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इन परियोजनाओं से स्थानीय आर्थिकी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।