
देहरादून/पटना। चर्चित भोजपुरी लोकगायिका देवी ने समाज में एक नई मिसाल पेश की है। उन्होंने अविवाहित रहते हुए आधुनिक चिकित्सा विज्ञान (IVF तकनीक) की मदद से बेटे को जन्म दिया है। गायिका का कहना है कि उनका शादी के बंधन में बंधने में विश्वास नहीं है, लेकिन मां बनना हमेशा से उनका सपना था।
👉 मुख्य बातें
भोजपुरी लोकगायिका देवी ने 9 सितंबर को एम्स ऋषिकेश में बेटे को जन्म दिया।
अविवाहित रहते हुए जर्मनी के स्पर्म बैंक की मदद से इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक से गर्भधारण किया।
देवी बोलीं— “यह निर्णय कठिन था, लेकिन मुझे अपने साहस पर गर्व है।”
विवाह से दूरी बनाने के बावजूद मां बनने की चाहत को उन्होंने पूरा किया।
सोशल मीडिया पर खुशी का इजहार
मां बनने के बाद देवी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह उनके जीवन का सबसे सुखद क्षण है। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने मां बनने के प्रयास किए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। अब बेटे के जन्म से वह बेहद खुश हैं।
IVF तकनीक क्या है?
इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) एक सहायक प्रजनन तकनीक है। इसमें प्रयोगशाला में महिला के अंडाणु को पुरुष के शुक्राणु से मिलाकर भ्रूण तैयार किया जाता है और फिर गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।
देवी ने यह प्रक्रिया जर्मनी में अपनाई और बाद में एम्स ऋषिकेश के डॉक्टरों के सहयोग से सुरक्षित डिलीवरी कराई।
गायिका देवी का संगीत सफर
बिहार के छपरा जिले में जन्मीं देवी को उनके सभ्य और लोकपरक गीतों के लिए जाना जाता है। वह भोजपुरी गीतों में फैली अश्लीलता का हमेशा विरोध करती रही हैं।
उनके लोकप्रिय गीत: पिया गईले कलकतवा ए सजनी…, कुएं का ठंडा पानी…, परवल बेचे जाईब भागलपर…, ओ गोरी चोरी-चौरी…, परदेसिया परदेसिया…, पिया बंसिया बजावे आधी रतिया…, दिल तुझे पुकारे आजा…, देवी भोजपुरी के अलावा हिंदी, मैथिली और मगही में भी गाती हैं।
विवादों से भी जुड़ा नाम
दिसंबर 2024 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में देवी विवादों में आ गई थीं। उन्होंने जब “रघुपति राघव राजा राम, ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम” भजन गाया तो वहां मौजूद भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताते हुए हंगामा किया और जय श्रीराम के नारे लगाए थे।