-मुनिकीरेती पुलिस ने हत्यारोपी नशेड़ी बाबा को किया गिरफ्तार -निशानदेही पर मृतक की स्कूटी, आईफोन और नकदी बरामद
ऋषिकेश,12 मार्च। नशे की लत और पैसों के लालच में एक नशेड़ी बाबा ने शीशमझाड़ी, मुनिकीरेती के अजय को मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए हत्यारोपी को धर दबोचा है। उसकी निशानदेही पर मृतक की स्कूटी, आईफोन और 4500 रुपये की नकदी बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक 5 मार्च को पांडव पत्थर के पास जल पुलिस को हाथ पैर बंधा एक शव मिला था। छानबीन करने पर शव की शिनाख्त अजय (24) पुत्र अशरफी शाह निवासी शीशमझाड़ी के रुप में हुई, जो 3 मार्च से लापता चल रहा था।
10 मार्च को मृतक के पिता अशरफी शाह ने हत्या का आरोप लगाते हुए मुनिकीरेती थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
तहकीकात में जुटी पुलिस ने मामला दर्ज करने के दो दिन बाद ही हत्या का खुलासा कर दिया है। मुनिकीरेती थाना प्रभारी निरीक्षक रितेश साह ने रविवार को अजय हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि मामले में एक बाबा को पकड़ा, जो नशे का आदी है। कड़ी पूछताछ में उसने पैसों के लालच में आकर स्मैक के नशे में अजय की हत्या करना कबूल किया है। बाबा की निशानदेही पर पुलिस अजय की स्कूटी, आईफोन और साढ़े चार हजार रूपये की नकदी भी बरामद कर ली है।
बताया कि आरोपी की पहचान को आठ पुलिस टीम गठित की गई, जिसमें सीसीटीवी कैमरों से लेकर सर्विलांस के जरिए कई मोबाइल नंबर की भी जांच की। मुखबिर की सूचना पर खारास्रोत से आरोपी बाबा शंकर गिरी उर्फ संजय कुमार पुत्र कंहैया निवासी ग्राम बरोदा, सोनीपत, हरियाणा व हाल निवासी कुटिया नीम बीच, तपोवन को गिरफ्तार किया गया।
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हत्या में प्रयुक्त पत्थर गंगा में फेंक दिया
पूछताछ में आरोपी शंकर गिरि ने बताया कि वह स्मैक पीने के आदि है और अक्सर अजय के साथ उसने नशा किया। तीन मार्च को भी दोनों ने नीमबीच पर कुटिया के पास ही स्मैक पी। अजय की जेब में पैसे देखकर लालच आ गया। रकम मांगी, तो अजय गाली देते हुए चला गया। फोन कर उसे दोबारा बुलाया और फिर दोनो स्मैक पी। ज्यादा नशा होने पर अजय फिर चिल्लाते हुए गालियां देने लगा। इसबीच उसपर पत्थर से वार किया, जिससे वह बेहोश होकर गंगा किनारे गिया। अजय की जेब से मोबाइल और नकदी निकालने के बाद उसके हाथ-पैर बांधकर गंगा में ही फेंक दिया। कबूला की जिस पत्थर से वार किया था उसे भी गंगा में फेंक दिया है।