रायवाला। श्री घंटाकर्ण देवता, सेम नागराज और माता भुनेश्वरी की दिव्य डोली का हरिपुरकला में हुआ भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान श्रद्धालु उत्तराखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्र ढोल दमाऊ की थाप पर झूमते रहे।
श्री घंटाकर्ण देवता, सेम नागराज एवं माता भुवनेश्वरी के नाम के जयकारे लगाये गए। देवी डोली के उपासक आचार्य प्रवीण बिजल्वाण ने भक्तों को आशीर्वाद के रूप में प्रसाद वितरित किया। इस मौके पर घण्टाकर्ण देवता के उपासक आचार्य प्रवीण बिजल्वाण का अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा से जुड़े पदाधिकारियो ने माल्यार्पण एवं शाल ओढ़ाकर कर अभिनंदन किया। अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे नेगी ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति अपने आप में अनूठी है देव डोली की परंपरा इस संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। मौके पर पर आचार्य तेजराम बधानी, आचार्य महेश सेमवाल, आचार्य द्वारिका प्रसाद भट्ट, प्रेम सिंह नेगी, कृष्णा पंडित, मनमोहन नेगी,अजय रावत, राजवीर रावत, संजय नेगी, फतेह सिंह आदि मौजूद रहे।