डोईवाला, 15 जुलाई। उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ ने एक समय पर एक से अधिक कार्यों में ड्यूटी लगाए जाने पर नाराजगी जताई है। हवाला दिया कि काम के अधिक दबाव के चलते आंगनबाड़ी वर्करों का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो रहा है।
शनिवार को उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुशीला खत्री के नेतृत्व में आंगनबाड़ी वर्कर डोईवाला तहसील पहुंचे। यहां सांकेतिक रूप से प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम डोईवाला शैलेंद्र सिंह नेगी को सौंपा।
बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी अपने विभाग के कार्यों के अलावा निर्वाचन एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए घर-घर में सर्वे कार्य में लगा दी गई है। जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर विभागीय कार्यों पीएमएमवीवाई योजना के अंतर्गत प्रथम गर्भवती के साथ ही नए आदेशों के अनुसार अब दूसरी बालिका को जन्म देने वाली महिलाओं के भी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन फॉर्म भरना, नंदा गौरा योजना में लगने वाले प्रमाण पत्र बालिकाओं द्वारा तैयार पोषण ट्रैकर में डाटा फीड करना, आधार एरर और आधार वेरिफकेशन, बच्चों का वजन, स्वास्थ्य पोषण कार्यक्रम टीकाकरण गोद भराई. अन्नप्राशन के कार्यों का अत्यधिक भार है। साथ ही अधिकांश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता निर्वाचन में बीएलओ का कार्य भी कर रही है। जिसके कारण उपर्युक्त डेंगू नियंत्रण रोकथाम के कार्य को करने में असमर्थ है।
डेंगू के लिए लोगों को जागरूक, प्रचार-प्रसार करने से आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को कोई परेशानी नहीं है। लेकिन, अतिरिक्त कार्य जैसे घर-घर जाकर सर्वे, सघन डेंगू लारवा सर्वे, सोर्स रिडक्शन एवं नियंत्रण हेतु सार्वसाइड का छिड़काव, फॉगिंग का कार्य, चालान काटना एवं सूचना आदि कार्य करने में असमर्थ है। लिहाजा आंगनबाड़ी वर्करों के कार्य को देखते हुए अधिकतम कार्य इन पर ना लादा जाए। अधिकतम कार्य की वजह से महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य खराब हो रहा है, महिलाओं पर परिवार की भी जिम्मेदारी होती है, अधिक कार्य के चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर परिवार के लिए बिल्कुल समय नहीं निकाल पा रहे हैं।
आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि जब तक आंगनबाड़ी वर्कर अन्य विभागों का कार्य करती है, तब तक के लिए उन्हें उनके विभागीय कार्यों से मुक्त किया जाए।
मौके पर जिला उपाध्यक्ष सुनीता राणा, अर्चना, भागीरथी भट्ट, सरोज, मंजू, अंजू आदि मौजूद रहे।
काम के अधिक दबाव से खराब हो रहा आंगनबाड़ी वर्करों का मानसिक स्वास्थ्य! एक समय पर एक ही कार्य दें
