ऋषिकेश 19 सितंबर। संयुक्त कर्मचारी महासंघ गढ़वाल मंडल विकास निगम ने जीएमवीएन के पर्यटक आवास को पीपीपी मोड पर दिए जाने की कवायद का पुरजोर विरोध किया है। चेताया कि सरकार के इस निर्णय पर शीघ्र पुनर्विचार नहीं करने करने पर कार्य बहिष्कार के लिए बाध्य होंगे।
बुधवार को संयुक्त कर्मचारी महासंघ गढ़वाल मंडल विकास निगम की बैठक मुनिकीरेती स्थित ऋषिलोक पर्यटक आवास गृह में निगम अध्यक्ष मनमोहन सिंह चौधरी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें गढ़वाल मंडल विकास निगम के उत्थान और निगम कर्मियों की समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान जीएमवीएन कर्मियों ने कहा कि पर्यटक आवास ग्रहों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में देना उचित नहीं है, जीएमवीएन कमी प्रबंधन इस निर्णय का पुरजोर विरोध करेंगे। बताया कि पीपीपी मोड को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है, जिसको लेकर गठित कार्यकारिणी में कर्मचारी संघ कर्मचारी संगठन मैनेजर एसोसिएशन तीनों घटकों के पदाधिकारी को शामिल किया गया है। सभी जनपदों में एक-एक कोर्डिनेटर की तैनाती की गई है। पर्यटक आवास गृहों को निजी हाथों में सौंपने की निगम प्रबंधन की मंशा को कामयाब नहीं होने देंगे।
मौके पर मैनेजर संगठन के अध्यक्ष विश्वनाथ बेंजवाल, कर्मचारी संगठन अध्यक्ष राजेश रमोला, महासचिव आशीष उनियाल, सुशील पंवार, बीएम जुयाल, रणबीर रावत, ओमप्रकाश भट्ट, देवेंद्र बिष्ट, सूर्य कुमार विश्वास, बलदेव टम्टा, बुद्धि सिंह, सुनील मैठाणी, प्रेम कंडारी, ताजवर सिंह, प्रदीप साह आदि मौजूद रहे।
जीएमवीएन कर्मियों ने दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी! पीपीपी मोड का विरोध
