देहरादून 18 दिसंबर। श्रम कानून के तहत ग्रेच्युटी पेंशन, भविष्य निधि और स्वास्थ्य सुविधा का लाभ देने की मांग को लेकर मुखर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने 1 जनवरी 2024 से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। नाराज आंगनबाड़ी वर्करों ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया है।
उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश स्तरीय बैठक देहरादून स्थित जैन धर्मशाला में संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री की अध्यक्षता में हुई, जिसमें कई ब्लॉको के अध्यक्षों ने भाग लिया एवं अपनी समस्याओं को प्रमुखता में रखा। ब्लॉक अध्यक्ष बीरो खन्ना ने कहा कि 20 सितंबर 2023 को एवं 25 सितंबर 2023 को प्रदेश स्तरीय रैली के माध्यम से उत्तराखंड की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याओं एवं मांगों का ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री जी को सौपा, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अनदेखा किया जा रहा है।
ब्लॉक अध्यक्ष जोली देवी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भारत सरकार द्वारा 4500 और सहयिकाओ को 2200 रुपए प्रति माह दिया जाता हैं, जो बहुत कम है। उनकी स्थिति बंधवा मजदूरों की तरह है।
निधि गुप्ता ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 25 अप्रैल 2022 के फैसले के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं ग्रेजुएटी भुगतान अधिनियम के प्रावधान के अनुसार ग्रेजुएटी पाने की हकदार हैं , एक वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी सरकार ने उस निर्णय को देश में कहीं भी लागू नहीं किया है यह सुप्रीम कोर्ट के फैसले की अवमानना है।
बताया कि सिविल अपील संख्या 3153 में सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका मानदेय कर्मचारी नहीं है वह सरकार की प्रत्यक्ष कर्मचारी हैं। लिहाजा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओ की सेवाएं नियमित करें ,उन्हें अस्थाई नौकरी दें और सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाला वेतनमान भत्ते और सामाजिक कल्याण एवं अन्य सभी लाभ दें। कहा कि विभाग द्वारा जो मोबाइल फोन हमें दिए गए थे वह सभी खराब हो चुके हैं ऑनलाइन कार्य करने के लिए राज्य सरकार नए फोन उपलब्ध कराए। आंगनबाड़ी की रिटायरमेंट की आयु को अन्य राज्यों की भांति 62 वर्ष तक बढ़ाया जाए।
रानी नौटियाल ने भवन किराए की समस्या, आंगनबाड़ी केंद्रों में कुक्ड फूड की समस्या, मिनी आंगनवाड़ी केन्द्रों के उच्चारण की समस्या, ऑनलाइन कार्य करने की समस्या, एवं ढूलान की समस्या आदि अन्य समस्याओं पर अपने विचार प्रकट किए। सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि 31 दिसंबर तक समस्याओं का हल नहीं हुआ तो प्रदेश भर की आंगनबाड़ी वर्कर 1 जनवरी से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे।
बैठक में मधु पुंडीर, कविता देवी, गीता भल्ला, रीना शर्मा, ललिता पवार, गीता भल्ला, सुनीता कौशल, रानी नौटियाल, सोनिया, दीपा, सावित्री आदि मौजूद रहे।