ऋषिकेश। भारतीय योग विधा का विदेशियों में खासा क्रेज है। तीर्थनगरी ऋषिकेश से यूरोप आध्यात्मिक यात्रा पर गए महंत रवि प्रपन्नाचार्य के सानिध्य में विदेशी धरती में विदेशी साधकों ने 3 डिग्री तापमान और बर्फबारी के बीच योग प्राणायाम का अभ्यास करना इसकी बानगी है।
वैदिक फाउंडेशन साधनालय बुडापेस्ट हंगरी आश्रम के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी शंकर तिलक महाराज के सानिध्य में यूरोप आध्यात्मिक यात्रा ऋषिकेश से आए तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि पांच दिवसीय योग साधना शिविर की अध्यक्षता कर रहे अंतरराष्ट्रीय संत स्वामी शंकर तिलक महाराज ने अपने सभी आए हुए सैकड़ो साधकों को योग का महत्व बताते हुए कहा कि आज पूरे विश्व में योग को विश्व गुरु माना है। योग के द्वारा हम अपने जीवन को बदल सकते हैं। योग करने के कई फायदे हैं। जहां सिर्फ जिम करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है, वहीं योग हमारे शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी स्वस्थ बनाता है।
शिविर के दौरान आज-3 डिग्री में सभी साधकों ने मिलकर महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज के साथ ध्यान योग कर के साथ प्राणायाम किया, जिसमें आश्रम के साधक स्वतंत्रता चैतन्य, भैरवी महाकाली, तिलक शंकरी, चैतन्य भागीरथी, चैतन्य साध्वी माता, गौरी चैतन्य, अद्वैतानंद सरस्वती, गुरु गीता, चंद्रिका चैतन्य आदि शिष्यों ने 3 डिग्री में प्राणायाम ध्यान योग किया।