सीएम धामी के गड्ढा मुक्त सड़कों का निर्देश भी धूल फांक रहा
ऋषिकेश। कहते हैं किसी गांव या शहर की सड़क ही उसके विकास की पहचान है। लेकिन, तहसील ऋषिकेश अंतर्गत श्यामपुर न्याय पंचायत की ग्राम सभा खदरी खड़कमाफ में धूल धूसरित सड़क विकास के दावे की पोल खोल रही है। यहां सामुदायिक मिलन केन्द्र से खादर को जाने वाली लगभग डेढ़ किलोमीटर सड़क बदहाल है। यह हाल तब है जब उत्तराखंड सरकार के शहरी विकास मंत्री का विधानसभा क्षेत्र और हरिद्वार संसदीय सीट से सांसद का क्षेत्र है। विडंबना यह कि खराब सड़क पर चुनौती भरा सफर कर रहे ग्रामीण पिछले कई सालों से बदहाल सड़क को दूर करने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकारी नुमाइंदे तो दूर विभागीय अधिकारियों ने भी सुध नहीं ली है। किसानों की आजीविका खादर क्षेत्र और स्कूल से जुड़े सैकडों विद्यार्थियों के लिए अतिआवश्यक इस मार्ग को वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत की सरकार के रहते हुए स्थानीय ग्रामीण एवं किसानों की मांग पर लोक निर्माण विभाग उपखण्ड ऋषिकेश द्वारा बनवाया गया था।सड़क बनते ही सड़क निर्माण में अनियमितता के आरोप भी स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लगाए गए थे। लेकिन, तत्कालीन सरकार गिर जाने पर मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बीते आठ वर्षों से जर्जर एवं खस्ताहाल हुई इस सड़क के पुनर्निर्माण के लिए ग्रामीण,किसान एवं स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधि लगातार संघर्ष करते आ रहे हैं। स्थानीय कृषक एवं जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान का कहना है कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर जब भी कोई समाचार प्रकाशित होता है, तो लोक निर्माण विभाग के स्थानीय अधिकारी फीता लेकर सड़क नापने पहुंच जाते हैं।कभी बर्षात तो कभी बजट का रोना रोकर एक दो माह बाद सड़क निर्माण की बात कहकर वापस चले जाते हैं। लगभग 4 वर्ष पूरे होने के बाद भी आज तक सड़क निर्माण न होने के कारण सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है।इससे स्कूल के विद्यार्थियों की जान का खतरा बना रहता है। खास बात यह की खदरी खड़क माफ गांव सांसद आदर्श ग्राम की श्रेणी में आता है। राज्य की अस्थाई राजधानी देहरादून से महज 40 किमी दूर है। ग्रामीणों का कहना है कि स्थानीय विधायक अपनी विधायक निधि को समुचित ढंग से खर्च नहीं कर पा रहे हैं
ग्रामीण ने दी आंदोलन की चेतावनी
गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि क्षेत्र पंचायत सदस्य श्रीकान्त रतूड़ी, दिनेश कुलियाल, राम चन्द्र जोशी, नागेंद्र प्रसाद भट्ट, गिरीश रतूड़ी, लक्ष्मणप्रसाद, परशुराम, सोहनलाल, नन्द किशोर भट्ट, राकेश उनियाल, जगदीश प्रसाद, जय प्रकाश, मायाराम, धर्मेंद्र कुलियाल, सतीश गौड़, भवानी दत्त, भगवती रयाल, रमेश गैरोला, भगवान सिंह, उमेश सिंह, प्रेम सिंह, दिनेश, शुभभ रयाल, रघुवीर सिंह, रणवीर सिंह ने चेताया है कि यदि समय रहते सड़क निर्माण नहीं किया गया तो ग्रामीण और किसान मिलकर सड़कों पर उतरने और आन्दोलन को बाध्य होंगें। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।