ऋषिकेश 17 अप्रैल। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा 2024 के तहत 19 अप्रैल यानी लोकसभा चुनाव के मतदान के दिन केदारनाथ हेली सेवा टिकट बुकिंग खोलने का स्थानीय वाहन स्वामियों और ट्रैवल्स एजेंटों ने आक्रोश जताया है। मामले में प्रदेश सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाहरी राज्यों के ट्रैवलर्स एजेंट को टिकट खरीदने का लाभ पहुंचाने के लिए सरकार ने यह फरमान जारी किया है। चेताया कि हेली सेवा टिकट बुकिंग की तिथि नहीं बदली गई तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
बुधवार को आईएसबीटी परिसर स्थित सहित रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति कार्यालय में विभिन्न परिवहन कंपनियों और ट्रैवल्स एजेंट की संयुक्त बैठक में केदारनाथ हेली सेवा टिकट बुकिंग खोले जाने का एक स्वर में विरोध किया गया। रोटेशन व्यवस्था समिति अध्यक्ष नवीन रमोला ने कहा कि 19 अप्रैल को केदारनाथ हेली सेवा के टिकट बुकिंग खोलना सरकार की सोची समझी साजिश है, दरअसल इस दिन लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है, जिसमें प्रदेश के अधिकांश परिवहन व्यवसायी और ट्रैवल्स एजेंट चुनाव में व्यस्त रहेंगे। लिहाजा सरकार ने बाहरी राज्यों के ट्रैवल्स एजेंटों को हेली सेवा टिकट खरीदने का लाभ पहुंचाने के लिए मतदान की तिथि नियत की है। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि यदि सरकार ने केदारनाथ हेली सेवा टिकट बुकिंग खोलने की तिथि नहीं बदली तो आंदोलन करेंगे। इस दौरान आगामी चार धाम यात्रा के सफलतापूर्वक संचालन के लिए बिंदुवार चर्चा की गई। तय किया गया कि उत्तराखंड के व्यावसायिक वाहनों को समान लाभ की प्राथमिकता के आधार पर चार धाम यात्रा में चलाया जाएगा।
मौके पर पूर्व रोटेशन अध्यक्ष सुधीर राय, यातायात व्यवस्था समिति के निवर्तमान अध्यक्ष मनोज ध्यानी, बलबीर सिंह रौतेला, मदन कोठारी, यशपाल राणा, हरीश नौटियाल, दाताराम रतूड़ी, मनोज आर्या, भरत शर्मा, विनोद भट्ट, सुनील उनियाल, बृजेश उनियाल, दिनेश बहुगुणा, अप्रैश पंचभैया आदि मौजूद रहे।